कोलकाता। राजधानी कोलकाता को शिल्पांचल से जोड़ने वाले ऐतिहासिक हावड़ा ब्रिज पर आजकल विरोध प्रदर्शन और रैलियों का सिलसिला नहीं थम रहा। गुरुवार को एक बार फिर आदिवासियों की रैली की वजह से मध्य कोलकाता और हावड़ा ब्रिज पर ट्रैफिक जाम हो गया है। ब्रिज के कोलकाता की तरफ वाले हिस्से में हजारों की संख्या में गाड़ियां खड़ी है़ जबकि हावड़ा की तरफ भी सैकड़ो की संख्या में वाहनों की कतार लग गई है। इससे दैनिक यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।
आदिवासियों के जुलूस के कारण हावड़ा ब्रिज ठप हो गया है। जुलूस के कारण स्ट्रैंड रोड, ब्रेबोर्न रोड और महात्मा गांधी रोड पर भारी ट्रैफिक जाम है। गुरुवार को आदिवासियों का एक बड़ा जुलूस हावड़ा ब्रिज के पार धर्मतल्ला के लिए रवाना हुआ। यह जुलूस भारत जकात माजी परगना के आह्वान पर आयोजित किया गया है। वे धर्मतल्ला में एक रैली करने वाले हैं। आदिवासी संगठन की ओर से बताया गया है कि आदिवासियों की कई मांगों को लेकर यह रैली आयोजित की गई है।
उनकी मांग है कि संशोधित वन संरक्षण अधिनियम (2023) को रद्द किया जाना चाहिए। आदिवासियों को ”धर्म कोड” दिया जाना चाहिए। इसके अलावा आदिवासियों ने संताल भाषा को सम्मान देने की मांग उठाई है। इसके पहले 29 सितंबर को भी इसी तरह से आदिवासियों की जुलूस की वजह से हावड़ा ब्रिज जाम हो गया था जिसके कारण हावड़ा और कोलकाता में भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई थी।