– मेट्रो पर एक साथ टाइगर के 76 मुद्राओं को देखकर हजारों लोग हुए प्रभावित, रचनाकारों के कलात्मक भावों की हुई प्रसंशा
– अंतर्राष्ट्रीय टाइगर दिवस पर कानपुर मेट्रो पर भी लगेगी यही प्रदर्शनी
लखनऊ। पिछले दस दिनों से प्रदेश की राजधानी रचनाकारों व साहित्यकारों की नगरी के हजरतगंज मेट्रो स्टेशन परिसर में चल रही अखिल भारतीय पेंटिंग एवं छायाचित्र प्रदर्शनी शीर्षक टाइगर इन मेट्रो का समापन रविवार की शाम को किया गया। इस समापन समारोह पर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और विशिष्ट अतिथि रूपक दे (आई एफ एस), चिरंजीव नाथ सिन्हा (एडीसीपी, वेस्ट) लखनऊ पुलिस कमिशनरेट), रितेश टंडन (ज़ोनल इंचार्ज, संत निरंकारी मण्डल, लखनऊ ब्रांच) और पंचानन मिश्रा (उप महाप्रबंधक/पीआर, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) शामिल हुए। इस प्रदर्शनी के क्यूरेटर भूपेंद्र कुमार अस्थाना एवं संयोजक मनोज एस चंदेल हैं। साथ ही सभी प्रतिभागी कलाकारों एवं छायाकारों को अतिथियों द्वारा सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण और संदेशात्मक प्रदर्शनी है, एक सराहनीय कार्य है। कलाकारों और फोटोग्राफर की रचनात्मकता वाकई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह प्रदर्शनी आम जनमानस में एक वन्यजीवों के प्रति जागरूकता पैदा करने वाली है। अन्य अतिथियों ने भी काफी सराहना की इसे अन्य स्थानों पर भी ले जाने की बात कही। जिससे जन-जन में वन्यजीवों के प्रति जागरूकता पैदा हो सके। यह महत्वपूर्ण और सराहनीय कार्य है।
प्रदर्शनी के क्यूरेटर भूपेंद्र अस्थाना ने बताया कि इस दस दिनों में मैट्रो पर लगी इस प्रदर्शनी का अवलोकन हजारों की संख्या में लोगों ने की। लोगों ने मेट्रो स्टेशन परिसर में प्रदर्शित टाईगर के 76 मुद्राओं को देखकर रोमांचित हुए। ख़ास तौर पर युवा और बच्चों ने इस प्रदेश की प्रथम प्रदर्शनी में एक साथ 76 टाइगर के अलग-अलग भाव एक ही स्थान पर देखकर खुश हुए और कलाकारों छायाकारों के रचनात्मकता की सराहना करते हुए प्रदर्शनी के मूल उद्देश्य टाइगर के साथ सभी वन्यजीवों को बचाने के इस मुहीम को भी सराहा। अस्थाना ने बताया कि यह प्रदेश की पहली प्रदर्शनी है जो इतनी बड़ी संख्या में एक उद्देश्य के साथ लगाई गई थी। यह देश भर में चर्चा का भी विषय बना रहा। ज्ञातव्य हो कि इस प्रदर्शनी में देश के 13 राज्यों से 42 चित्रकार एवं छायाचित्रकार के 76 कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया था।
प्रदर्शनी के संयोजक मनोज एस चंदेल ने कहा कि प्रदर्शनी के आयोजन में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, लखनऊ सिटीइसेंस पत्रिका, निकान, रेडियो सिटी, विजय स्टूडियो, ओरिजिंस आउटडोर, सप्रेम, लिखिया का विशेष सहयोग रहा।