फर्जी पहचान पत्र बनाकर कोलकाता में रह रहे हजारों बांग्लादेशी, पूछताछ में हुआ खुलासा

कोलकाता : कोलकाता पुलिस ने यूपी एटीएस के सहयोग से कोलकाता के आनंदपुर इलाके में एक इमारत में छापेमारी कर अवैध तरीके से रह रहे 20 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। इसके साथ ही बीएसएफ ने भी सात बांग्लादेशियों को अवैध रूप से सीमा पार करते हुए गिरफ्तार किया था। फर्जी आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनाकर कोलकाता में रह रहे हैं हजारों बांग्लादेशी, पूछताछ में हुआ खुलासा। पश्चिम बंगाल में अवैध तरीके से बांग्लादेशियों का घुसपैठ के बड़े मामले का खुलासा हुआ है।

बांग्लादेशी नागरिकों ने पूतताछ में खुलासा किया है कि कोलकाता में अवैध रूप से हजारों बांग्लादेशी रह रहे हैं। बांग्लादेशी नागरिक के खुलासे ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिरकार महानगर में इतनी बड़ी संख्या में बांग्लादेशी अवैध तरीके से रह रहे हैं तो पुलिस क्या कर रही है? सीमा सुरक्षा बल (BSF) के हाथों गिरफ्तार किया गए एक बांग्लादेशी नागरिक जहांगीर मल्लिक ने भी इस बात को कबूल किया है।

बीएसएफ की ओर से बताया गया है कि मल्लिक ने पूछताछ में इस बात का खुलासा किया है कि राजधानी कोलकाता के खिदिरपुर इलाके में एक हजार से अधिक ऐसे बांग्लादेशी नागरिक रह रहे हैं जिन्होंने अवैध तरीके से पश्चिम बंगाल में घुसपैठ किया था। मल्लिक ने बताया है कि अल्पसंख्यक बहुल इस इलाके में बांग्लादेशी नागरिकों को रहने के लिए वैध वोटर कार्ड और आधार कार्ड बनाए गए हैं तथा उन्हें बड़े पैमाने पर काम भी दिया जाता है।

यहां के स्थानीय विधायक, पार्षद और सांसद सारे सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के हैं। यह मूल रूप से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद करीबी परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम का क्षेत्र है। यह वही मंत्री हैं जिन्होंने पाकिस्तान के एक अखबार को इंटरव्यू देते हुए खिदिरपुर को मिनी पाकिस्तान करार दिया था।

उल्लेखनीय है कि उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास घुसपैठ नाकाम कर अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करते सात और बांग्लादेशी नागरिकों को रविवार गिरफ्तार किया गया था। सीमा चौकी झींगा 118वीं वाहिनी ने विशेष अभियान चलाकर सातों को रविवार को गिरफ्तार किया था। सभी बांग्लादेश के नरेल व फरीदपुर जिले के थे। सोमवार को सारा दिन पूछताछ में सभी ने अपने को बांग्लादेश का नागरिक बताया। ये रोजगार की तलाश में अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत आ रहे थे।

जहांगीर ने बीएसएफ को बताया कि वह पहली बार सात साल पहले एक बांग्लादेशी दलाल की मदद से अवैध तरीके से सीमा पार कर बांग्लादेश से भारत आया था। कोलकाता के बाबूबाजार (खिदिरपुर) में रहकर राजमिस्त्री का काम कर रहा था। परिवार से मिलने कुछ दिन पहले बांग्लादेश गया था और वापस कोलकाता आ रहा था। उसने दावा किया कि कोलकाता के खिदिरपुर में जहां वह रहता है, उस जगह पर लगभग एक हजार बांग्लादेशी नागरिक अवैध तरीके से रह रहे हैं तथा मजदूरी के कार्य मे लगे हुए हैं।

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