वेब डेस्क, कोलकाता। महिलाएं हर महीने पीरियड के असहनीय दर्द से गुजरती हैं। हर महीने शरीर में होने वाले ऐंठन और दर्द को विश्व भर में लगभग 80% महिलाएं महसूस करती हैं। 10% महिलाएं ऐसी हैं जिनका दर्द इतना कष्टदायक होता है कि यह उनकी ज़िंदगी को बुरी तरह से प्रभावित करता है। जिसके कारण उन्हें दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है। यह दवाइयां उनके हॉर्मोन्स पर नकारात्मक असर डालती हैं।
इन्ही कारणों से उन्हें अन्य बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। यदि आप इस दर्द और ऐंठन को दूर करना चाहती हैं और किसी भी तरह के साइड इफैक्टन से बचना चाहती हैं, तो आपको योगासन पर भरोसा करना चाहिए। अल्टरनेटिव एंड कॉम्प्लिमेंटरी मेडिसिन नामक जॉर्नल में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, योग दोनों ही परिस्थितियों में आपकी मदद कर सकता है, फिर चाहे वह ऐठन हो या प्री-मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS)।
यह पेन किलर लेने का एक बेहतर विकल्प है और लंबे समय के लिए दर्द को पूरी तरह से खत्म करने में मदद कर सकता है। यहां पीरियड के दर्द के निवारण के लिए तीन योग बताए जा रहें हैं, जो आपके शरीर में होने वाली ऐंठन को खत्म कर सकती हैं। यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से आराम दिलाते हैं। याद रखें कि योग करते समय आप अपनी गति के अनुरूप ही इसे करे और पूरी प्रक्रिया के दौरान धीमी और गहरी सांस लेती रहे।
बद्ध कोणासन या तितली मुद्रा
पीरियड्स के दौरान शरीर का निचला हिस्सा ही होता है, जो अक्सर भारी और फूला हुआ महसूस होता है। तो बैठ जाइए बद्ध कोणासन में, यह आपके पेट के अंगों, अंडाशय और मूत्राशय को एक्टिव करने में बहुत मदद करता है। जिसके कारण रक्तस्राव आसानी से हो पाता है। इसे धीरे-धीरे से शुरू करें और अपने घुटनों को फर्श छूने के लिए ज्यादा दबाव न डालें। केवल उस सीमा तक खिंचाव करें, जितनी आपका शरीर अनुमति देता है।
उपविष्ठ कोणासन या वाइड एंगल सीटेड फॉरवार्ड बैन्ड
यह पोज़ आपके पीरियड की ऐंठन को कम करने में मदद करके आपके पेट के अंगों को एक्टिव करने में मदद करेगा। वास्तव में, इसे करने की सलाह तब भी की जाती है जब आप तनाव महसूस कर रही हों। यह मुद्रा आपके शरीर को पूरी तरह से आराम दिलाने में मदद करती है। हो सकता है कि मासिक धर्म के दौरान आप ठीक से बैन्ड न हो पाएं। तो घबराइए नहीं ! यह पूरी तरह से नार्मल है। आप खुद को कम्फर्ट जोन से बाहर न लाएं, जितना आपसे होता है उतना ही करें।
बालासन या चाइल्ड पोज़
बालासन एक आराम दिलाने वाली मुद्रा है। यह मासिक धर्म के दर्द को दूर करने का एक शानदार तरीका है, खासकर अगर आपकी पीठ बहुत दर्द करती है। यह आसन आपकी पीठ की मांसपेशियों को खिंचाव देगा और आपको आराम दिलाने में भी मदद करेगा। याद रखें, इस मुद्रा को करते समय गहरी सांस लें। तो इस महीने पीरियड के दर्द को कम करने के लिए इन तीनों योगासनों को आज़माएं, और आप खुद अपने शरीर और दिमाग के तनाव में अंतर महसूस करेंगी।
विश्वास करिए, योगासन की मुद्राएं देखने- सुनने में साधारण लग सकती हैं, शायद आप इन्हें पड़ कर भी अनदेखा कर दें लेकिन दवाइयों का सहारा लेकर अपने हॉर्मोन्स और इम्यूनिटी से खिलवाड़ करने से अच्छा होगा आप कुछ समय योगा मैट पर बिताएं।