ऑर्किड्स – द इंटरनेशनल स्कूल के इंडियन सिंगर लीग ऑनलाइन इंटर – स्कूल सिंगिंग कंटेस्ट के विजेताओं की घोषणा की गयी

  • हरिहरन और शान ने टॉप 6 फाइनलिस्टों का चयन किया
  •  विजेताओं को दोनों दिग्गज संगीतकारों के साथ संवाद-सत्र में शामिल होने का अवसर मिला
  • इसके अलावा उन्हें ट्रॉफी, प्रमाण पत्र, गिफ्ट हैम्पर और नकद पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया
  • विजेताओं को उनकी गायन प्रतिभा को निखारने के लिए ऑर्किड्स – द इंटरनेशनल स्कूल की ओर से संगीत छात्रवृत्ति (म्यूजिक स्कॉलरशिप) भी मिली।

कोलकाता। भारत के अग्रणी के १२ (K12) स्कूल चेन, ऑर्किड – द इंटरनेशनल स्कूल ने अब तक के पहले राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन इंटर – स्कूल सिंगिंग कंटेस्ट – इंडियन सिंगर्स लीग (आईएसएल) के विजेता की घोषणा की। प्रसिद्ध कला-मर्मज्ञ हरिहरन और शान इस राष्ट्रव्यापी वर्चुअल प्रतियोगिता के जज थे। उन्होंने उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों के तीन-तीन फाइनलिस्टों का चयन किया। दक्षिण से प्रथम थे चेन्नई के अर्श विद्या मंदिर, गुइंडी स्कूल के छात्र १३ वर्षीय अर्जुन. एस। द्वितीय थी बेंगलुरू के डीन्स एकेडमी, ईसीसी रोड स्कूल की छात्रा १६ वर्षीय प्रणंजलि सिन्हा। तृतीय थे हैदराबाद के दिल्ली पब्लिक स्कूल, नचराम शाखा स्कूल के छात्र १५ वर्षीय निहाल बांदा।

उत्तर से प्रथम थे पटना के अरोड़ा इंटरनेशनल हाई स्कूल के छात्र १५ वर्षीय उदयन झा। द्वितीय थी कोलकाता के जी डी गोयनका पब्लिक स्कूल, दक्षिणेश्वर की छात्रा १२ वर्षीय संस्थिता मुखोपाध्याय। तृतीय थे इन्दौर के प्रोग्रेसिव एजुकेशन की छात्रा १६ वर्षीय साना जैन। मशहूर संगीतकार हरिहरन ने कहा, “मेरा हमेशा से मानना था कि भारत के बच्चों में किसी भी तरह के संगीत एवं मंच कला में अपार संभावना मौजूद है। मूल्यांकन प्रक्रिया के दौरान हमने जो विशुद्ध प्रतिभा देखी, वह पूरी तरह से दंग कर देने वाली थी। इन बच्चों द्वारा संगीत के प्रति प्रदर्शित बहुमुखी प्रतिभा और समर्पण वास्तव में उल्लेखनीय है।

मेरे विचार से इस राष्ट्रीय मंच पर भाग लेने का जुनून और आत्मविश्वास रखने वाले सभी प्रतिभागी विजेता हैं। मैं उन सभी को बधाई देता हूं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।” “हम हजारों बच्चों द्वारा इतने उत्साह के साथ भेजे गये उनके गायन वीडियो से बेहद अभिभूत हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हमने भारी विविधता देखी क्योंकि भारत भर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया। आईएसएल शुरू करने के पीछे का उद्देश्य और इरादा हमारे लिए सफल रहा, क्योंकि हमें देश के सबसे दूरदराज के हिस्से से बच्चों से प्रविष्टियां मिलीं, आईएसएल ने उन्हें राष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर दिया”, ऑर्किड्स – द इंटरनेशनल स्कूल के वाइस प्रेसिडेंट- मार्केटिंग, विवेक पटेश्वरी, ने उक्त बातें कही।

आर्किड्स – द इंटरनेशनल स्कूल ने 6-16 वर्ष की आयु के बच्चों को उनका गायन कौशल प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु इस वर्चुअल गायन प्रतियोगिता की घोषणा की। बच्चों को बिना किसी कॉस्मेटिक सजावट के 2 मिनट का अन – एडिटेड वीडियो क्लिप साझा करने के लिए कहा गया था। ताकि, उनकी असली आवाज सुनी जा सके और समीक्षक उचित निर्णय दे सकें।

आईएसएल का जज होने के अपने अनुभव को साझा करते हुए, शान ने कहा, “इस प्रतियोगिता का जज बनकर मुझे काफी आनंद आया। पूरी प्रतियोगिता के दौरान हम जितने अच्छे-अच्छे गायकों से रूबरू हुए, उससे मैं बहुत खुश हूं। मैं सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को कड़ी मेहनत करने और संगीत के प्रति उनके जुनून को बनाए रखने की सलाह देना चाहता हूं। यह ओआईएस (ऑर्किड्स इंटरनेशनल स्कूल) टीम द्वारा की गई एक शानदार पहल थी। मुझे उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि वे बच्चों की छुपी प्रतिभाओं को उजागर करने के लिए इस तरह की पहल करते रहेंगे।”

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