तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पूर्व मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेचेदा में सोमवार को ग्रामीण चिकित्सकों के संगठन “प्रोग्रेसिव मेडिकल प्रैक्टिशनर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया” (PMPAI) का सम्मेलन आयोजित हुआ। स्थानीय विद्यासागर स्मृति भवन के रोकैया सेमिनार हॉल मैं आयोजित इस सम्मेलन में पीएमपीएआई के राज्य सचिव डॉ. रबीउल आलम, पीएमपीएआई के राज्य अध्यक्ष डॉ. प्राणतोश माईती, पीएमपीएआई के राज्य सह-अध्यक्ष युगल पाखीरा, चिकित्सा सेवा केंद्र के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष डॉ. बिश्वनाथ पड़िया, डॉ. भवानी शंकर दास, पीएमपीएआई सलाहकार, डॉ. तिमिर कांति दास तथा राज्य कोषाध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण चिकित्सक उपस्थित थे। संगठन की जिला समिति के सचिव रामचंद्र सांतरा ने बताया कि बैठक में प्रखंड एवं जिला सम्मेलनों तथा व्यावसायिक मांगों को लेकर आंदोलन पर चर्चा हुई। बैठक से आंदोलन के विभिन्न कार्यक्रमों को सर्वसम्मति से पारित किया गया।
अपने संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि देश की स्वास्थ्य सेवा में ग्रामीण चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। क्योंकि देश की अधिसंख्य आबादी की इन तक पहुंच है। कोरोना काल में हमने अपनी परिसेवा का शानदार नमूना पेश किया। अपनी मांगों को लेकर हम पिछले कई साल से आंदोलन करते आ रहे हैं। जो अब तक अनसुनी होती आई है। लिहाजा हम नए सिरे से इस पर सोचने को विवश हैं। मांगे ना माने जाने पर हम आंदोलन को विवश होंगे।