काव्यगोष्ठी उद्घोष प्रतियोगिता का आयोजन, परिणाम घोषित

निप्र, उज्जैन : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा 121वीं आभासी काव्य गोष्ठी ‘उद्घोष‘ कविता प्रतियोगिता, वर्षा

लोकमान्य तिलक की लेखनी से डरता था ब्रिटिश शासन – प्रो. शर्मा

निप्र, उज्जैन : लोकमान्य तिलक और उनका राष्ट्रीय आंदोलन में योगदान पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी

डॉ. कलाम ने आत्मनिर्भर राष्ट्र निर्माण में अविस्मरणीय भूमिका निभाई : डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा

निप्र, उज्जैन। पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने सशक्त और आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण

भारत भूमि में महत्त्व मिला है गुरु से जुड़े विद्या वंश को – प्रो. शर्मा

भारतीय सभ्यता और संस्कृति में गुरु महिमा : युगीन परिप्रेक्ष्य में पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न

भारतीय सभ्यता और संस्कृति के विकास में वेदव्यास की भूमिका अविस्मरणीय है – प्रो शर्मा

उज्जैन : वेदव्यास और भारतीय गुरु शिष्य परंपरा : अवदान और सम्भावनाएँ पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी

सृष्टि का जन्म स्थल छत्तीसगढ़ है- डॉ. विनय पाठक

छत्तीसगढ : जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं से संपन्न राज्य छत्तीसगढ़ सृष्टि का जन्म स्थल है। इस

अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का कार्य गुरु करते हैं : गरिमा गर्ग

पंचकूला, हरियाणा : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ट्राई-सिटी द्वारा गुरु परम्परा के शिखर पुरुष सामाजिक एवं

विलक्षण रत्नों से बढ़ा है भारत का अभिमान : प्रो शर्मा

राजस्थान की धरा : त्याग, पराक्रम एवं महापुरुषों की कर्म स्थली पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी

अस्सी घाट पर पैर रखा है ना तुलसी मैं नाही कबीरा

अपनी भाषा और संस्कृति की उपासना करना भी राष्ट्र उपासना करने के समान है उज्जैन।

कोरोना काल पर केंद्रित प्रथम काव्य कृति लॉकडाउन कालजयी है – प्रो शर्मा

शरद आलोक की काव्यकृति लॉक डाउन पर केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन सम्पन्न नार्वे