राजीव कुमार झा की कविता : सुनहरे पहाड़
।।सुनहले पहाड़।। राजीव कुमार झा अनकही बातें हमारी जिंदगी का एक पल तुमने चुराया याद
अमिताभ अमित की कलम से – सरकारी नौकरों के लिए सोमवार
अमिताभ अमित, पटना। सोमवार सरकारी नौकर के जीवन की सबसे बडी आपदाओ, विपदाओं, समस्याओं मे
राजीव कुमार झा की कविता : सुबह की रोशनी
।।सुबह की रोशनी।। राजीव कुमार झा उसके महावर से रंगे पैर आलस्य से दूर उसकी
राजीव कुमार झा की कविता : धूप भरी राहों में
।।धूप भरी राहों में।। राजीव कुमार झा हम कहां राह में अब रुक जाते तुम्हारे
अमिताभ अमित की कलम से – माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती की चर्चा!
अमिताभ अमित, पटना। धूम-धाम से माँ विद्यादायिनी का विसर्जन रविवार को कर आज मुखातिब हूं
राजीव कुमार झा की कविता : मौसम
।।मौसम।। राजीव कुमार झा हम कहां राह में अब रुक जाते तुम्हारे चरणों पर शीश
राजीव कुमार झा की कविता : वसंत का आंगन
।।वसंत का आंगन।। राजीव कुमार झा वसंत की हवा सुबह में आयी वह धूप में
‘अनोखी- द जर्नी ऑफ ए वूमन’ का स्पेशल शो सम्पन्न
काली दास पाण्डेय, पटना। परम मां विंध्यवासिनी फिल्म्स के बैनर तले फिल्म निर्माता बी बी
अमिताभ अमित की कलम से – नया साल
पटना । पैंतीस साल के हो गए सभी को मना-मना कर! बीबी हों, भाय-बहिन हो,
अमिताभ अमित की कलम से – कमतर और मेरी उमर के नौजवानों
पटना । कमतर और मेरी उमर के नौजवानों, मैं जानता था! सही सलाह मानोगे नही