राम को केन्द्रित करके बच्चों की भव्य काव्य गोष्ठी
“राम के नाम बिना, हिंद ही अधूरा है/राम के प्रभाव से हिंद जय पूरा है।”
श्रीराम तू है, तो है ख्वाब सभी, तुझसे बढ़कर कोई ख्वाब नही : पुकार गाजीपुरी
रामनवमी के पावन मौके पर ‘राष्ट्रीय कवि संगम’ हुगली जिले का भव्य कवि सम्मेलन रीमा
डीपी सिंह की कुण्डलिया
कुण्डलिया मुफ़्त बाँटती जो कभी, लगा खाट पर हाट। वो दिल्ली अब ढूँढ़ती, हस्पताल में
घनाक्षरी छन्द : डीपी सिंह
*घनाक्षरी छन्द* नेता घड़ियाली आँसू, कितना बहाये पर देखे-भाले बिना आप, साँप मत पालिए लच्छेदार
जल पर बेहतर सृजन से मयंक वर्मा व गोवर्धनदास बिन्नाणी बने प्रथम विजेता
इंदौर(मप्र)। अच्छे सृजन को सम्मान देने के लिए हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा मासिक स्पर्धाओं
प्रख्यात रचनाकार स्व० प्रोफेसर श्यामलाल उपाध्याय जी की रचनाओं का सस्वर पाठ
रीमा पांडेय, कोलकाता : साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था धरोहर द्वारा प्रख्यात रचनाकार, प्रखर शिक्षाविद् तथा
श्रीराम पुकार शर्मा की कहानी : भूख और चुनाव
“अरे सुन रे! क्या नाम है रे तेरा?” – इस बार की ‘ग्राम पंचायत’ की
डीपी सिंह की कुण्डलिया
*कुण्डलिया* जीवन से धोना नहीं, अगर चाहते हाथ। बार-बार साबुन लगा, धोते रहना हाथ।। धोते
डीपी सिंह की कुण्डलिया
*कुण्डलिया* घण्टा फ्रिज में देखकर, अम्माँ थी हैरान पीछे से प्रकटे तभी, पप्पू जी श्रीमान
हिन्दू नववर्ष पर ‘राष्ट्रीय कवि संगम’ पश्चिम बंगाल का भव्य कवि सम्मेलन
असली नया वर्ष अपना यही है/पश्चिम का करना नकल क्या सही है रीमा पांडेय, कोलकाता