हिन्दू नववर्ष पर ‘राष्ट्रीय कवि संगम’ पश्चिम बंगाल का भव्य कवि सम्मेलन

  • असली नया वर्ष अपना यही है/पश्चिम का करना नकल क्या सही है

रीमा पांडेय, कोलकाता : राष्ट्रीय कवि संगम, पश्चिम बंगाल इकाई द्वारा हिन्दू नववर्ष के पावन अवसर पर एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गिरिधर राय ने की। काव्यगोष्ठी की शुरुआत रीमा पाण्डेय ने अपनी सरस्वती वंदना के साथ किया। कवि सम्मेलन में डॉ. गिरिधर राय ने अपनी नयी कविता हिन्दू नववर्ष के कुछ छंद सुनाया- -‘असली नया वर्ष अपना यही है/पश्चिम का करना नकल क्या सही है’, रामपुकार सिंह ‘गाजीपुरी’ ने कहा- ‘जिये इक दूसरे खातिर सही संस्कार आ जाये/सफल नव वर्ष हो सबका उचित व्यवहार आ जाये’।

रीमा पाण्डेय, जय प्रकाश पाण्डेय, रामाकांत सिन्हा, सुषमा राय पटेल, सीमा सिंह, देवेश मिश्र, निखिता पाण्डेय और अभिषेक पाण्डेय ने अपनी-अपनी स्वरचित कविता से नये वर्ष को नये रंग में ऐसा रंगा कि सभी श्रोतागण काव्य रस में सराबोर होकर झूम उठे।
कार्यक्रम का कुशल संचालन युवा रचनाकार निखिता पाण्डेय और अभिषेक पाण्डेय ने किया।

इस अवसर पर बलवंत सिंह गौतम, डॉ. अरविंद मिश्रा, मीना शर्मा, अंजली मिश्रा, नीहारिका सिंह तथा अनूप यादव ने कॉलेज एवं विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा रामनवमी पर आयोजित होनेवाले युवा कवि सम्मेलन की रूप रेखा पर अपने मन्तव्य प्रस्तुत किये।

नववर्ष के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रांतीय मंत्री बलवंत सिंह गौतम ने सभी कवियों, अतिथियों और श्रोताओं को अपना अमूल्य समय देकर कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु हार्दिक धन्यवाद दिया।

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