डीपी सिंह की रचनाएं

कुण्डलिया कितना बड़ा मज़ाक है, सोचो! करो विचार फ्लाई ओवर पर उगी, रातों रात मजार

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की महिला इकाई की बैठक में अनेक निर्णय हुए

निप्र, उज्जैन : देश की जानी मानी संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की राष्ट्रीय महिला इकाई

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना महिला इकाई की कार्यकारिणी बैठक आभासी आयोजित

निप्र, उज्जैन : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की आभासी बैठक में महिला इकाई कार्यकारिणी की बैठक

श्रीराम पुकार शर्मा की कहानी : “जो जस करहिं, सो तस फल चाखा”

मरणासन्न व्यक्ति कभी हँसता और कभी रोता है, वह उसके अच्छे कर्मों और बुरे कर्मों

महाराष्ट्र के शिखर संत का ज्ञानवाणी एवं गुरु परंपरा पर आभासी संगोष्ठी संपन्न

निप्र, उज्जैन : राष्ट्रीय प्रतिष्ठित संस्थान राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी का आयोजन

बंगीय हिंदी परिषद के तत्वाधान में कवि-कल्प की गोष्ठी का आयोजन गुगल मीट के माध्यम से संपन्न

निप्र, कोलकाता : बंगीय हिन्दी परिषद के तत्वावधान में रविवार को संध्या 5:00 बजे गूगल

प्रेमचंद का साहित्य कालजयी और आज भी प्रासंगिक : डॉ. शर्मा

प्रेमचंद का कथा साहित्य : सांस्कृतिक – राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में पर राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी निप्र,

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त जी की जयंती पर विशेष 

“जो भरा नहीं है भावों से जिसमें बहती रसधार नहीं। वह हृदय नहीं पत्थर है,

डीपी सिंह की रचनाएं

सूना सूना है गटर, कीड़े हैं नाराज़ थाली के हर छेद से, निकल रहे जो

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद जयंती पर आभासी संगोष्ठी का आयोजन होगा

नागदा (निप्र) : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा 121वीं आभासी संगोष्ठी में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद