तीसरी पुण्यतिथि पर अटलजी को राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम बंगाल हुगली की काव्यांजलि

निप्र, हुगली : “राष्ट्र जागरण धर्म हमारा” को अपना मूल मंत्र मानने वाली राष्ट्रीय संस्था

रीमा पांडेय की कविता : राखी क्यों बँधवाते हो?

राखी क्यों बँधवाते हो? ऐ भाई! जब बहनों का तुम साथ ही नहीं निभाते हो,

मेरी सब मौन व्यथाएं, मेरी पीड़ा का परिचय

मनीषा झा, खड़गपुरः– आजादी का बिगुल बजाने वाली कालजयी कवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म

तुलसीदास जैसी राम राज्य की अवधारणा और कोई नहीं कर सका : प्रो. शर्मा

गोस्वामी तुलसीदास : आधुनिक परिप्रेक्ष्य में पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी निप्र, उज्जैन : देश की

एक साँझ कविता की कार्यक्रम की 7वीं कड़ी सम्पन्न

कोलकाता। साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था नीलांबर कोलकाता  ने फेसबुक लाइव के माध्यम से ‘एक साँझ कविता की-7′

#New Delhi: एशियन लिटरेरी सोसाइटी द्वारा तीन दिवसीय जश्न-ए-आज़ादी महोत्सव का आयोजन

New Delhi : हमारी नई पीढ़ी को स्वतंत्रता के वास्तविक मूल्य से परिचित कराने और

#Kolkata: विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर अभूतपूर्व कवि गोष्ठी का आयोजन

निप्र, कोलकाता : 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” का आयोजन प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ.

जननी और जन्मभूमि के प्रेम जाग्रत करना सच्ची राष्ट्रीयता है – प्रो. शर्मा

देश भर के कवियों ने गाए आजादी के तराने निप्र, उज्जैन : प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय

तुलसीदास जैसी राम राज्य की अवधारणा और कोई भी नहीं कर सका : श्री वाजपेई

स्वतंत्रता दिवस एवं तुलसी जयंती पर राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना ने आयोजित की संगोष्ठी निप्र, उज्जैन

डीपी सिंह की रचनाएं

कुण्डलिया कितना बड़ा मज़ाक है, सोचो! करो विचार फ्लाई ओवर पर उगी, रातों रात मजार