डॉ. आर.बी. दास की कविता

आंखों में कई ख्वाब, दिल में कई हसरतें बाकी हैं, मैं कैसे थक जाऊ… अभी

डॉ. आर.बी. दास की कविता : एक हकीकत

।।एक हकीकत।। डॉ. आर.बी. दास रिश्तों के आईने चटक रहे हैं, हम पत्थर बने भटक

डॉ. आर.बी. दास की कविता

।।डॉ. आर.बी. दास की कविता।। हर हंसी, खुशी नही होती, हर गम भी बेवजह नही

डॉ. आर.बी. दास की रचना

कहती है दुनियां, भूल जा जो हुआ तेरे साथ, आगे बढ़ संभाल उसे जो है

डॉ. आर.बी. दास की रचना : रिश्ता दिसंबर…जनवरी का

।।रिश्ता दिसंबर..जनवरी का।। डॉ. आर.बी. दास कितना अजीब है ना, दिसंबर और जनवरी का रिश्ता…

डॉ. आर.बी. दास की रचना

कभी कांटो में कटेगी, कभी बगीचों में, ये जिंदगी है यारो, पल पल घटेगी! पाने

डॉ. आर.बी. दास की रचना

मन की लिखूं तो शब्द रूठ जाते हैं और सच लिखूं तो अपने रूठ जाते

डॉ. आर.बी. दास की रचना : लोग हैं

।।लोग हैं।। डॉ. आर.बी. दास आप सिर्फ अपनी खूबियां ढूंढो, खामियां निकालने के लिए लोग

अर्जुन खटीक की कविता : अश्रु

।।अश्रु।। अर्जुन खटीक नक्षत्र सा जगमगाए नैनन में देखो भूल से पृथ्वी पर न गिर

डॉ. आर.बी. दास की रचना : जीवन का रहस्य

।।जीवन का रहस्य।। डॉ. आर.बी. दास क्या खोजते हो दुनियां में, जब सब कुछ तेरे