प्रसाद दाएं हाथ में ही क्यों लिया जाता है?
वाराणसी। हिन्दू सनातन धर्म व संस्कृति में भगवान को हम जो नैवेद्य अर्पित करते हैं
रक्षासूत्र मौली बांधने के नियम, कब और क्यों बांधी जाती है, जानिए आश्चर्यजनक लाभ
येन बद्धो बलीराजा दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे माचल माचल।। वाराणसी। मौली बांधना वैदिक परंपरा
नए साल में चाहते हैं खूब तरक्की, तो साल शुरू होने से पहले करें ये काम!
वाराणसी। नया साल शुरू होने में अब कुछ घंटे और बचे हुए है, ऐसे में
मंगल चंडिका स्त्रोत का पाठ करने से होती है विवाह बाधा दूर
वाराणसी। स्वयं भगवान् शिव ने इस स्त्रोत की महिमा का बखान किया है। जिन लोगो
प्रदोष व्रत आज
साल 2023 के आखिरी प्रदोष व्रत पर करें ये उपाय, पूरे साल की पूजा के
खरमास में मांगलिक कार्य करना वर्जित
वाराणसी। धार्मिक और ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, खरमास को शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए
उत्पन्ना एकादशी का व्रत 08 दिसंबर 2023 शुक्रवार
वाराणसी। मार्गशीर्ष महीना बहुत पवित्र माना जाता है। मार्गशीर्ष मास लगते ही मनुष्य को स्नान
गुरुवार का व्रत क्यों करते हैं, जानिए इसके 10 फायदे
वाराणसी। गुरुवार की दिशा ईशान है। ईशान में ही देवताओं का स्थान माना गया है।
देव प्रबोधिनी एकादशी आज
वाराणसी। हिंदू धर्म में कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को अलग-अलग नामों से
छठ पूजा विशेष : “काँच ही बाँस के बहँगिया, बहँगी लचकति जाए”
श्री राम पुकार शर्मा, हावड़ा। प्राचीन काल से ही हम सनातनी हिन्दू अनुयायियों के लिए