सस्टेनेबिलिटी और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों की पत्रकारों में बेहतर समझ ज़रूरी

Climateकहानी, कोलकाता। जिस रफ्तार से जलवायु परिवर्तन और सस्टेनेबिलिटी जैसे मुद्दों की प्रासंगिकता बढ़ रही

“कभी किसी दिव्यांग बच्चे की नज़र से भी देखिये जलवायु परिवर्तन”

दीपमाला पाण्डेय, कोलकाता। जलवायु परिवर्तन एक ऐसी हक़ीक़त है जिससे अब हम सब धीरे धीरे

“जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ करने को सक्षम हम आखिरी पीढ़ी हैं”

Climateकहानी, कोलकाता। जलवायु परिवर्तन से निपटने की जितनी तात्कालिकता आज के दौर में महसूस होती

जलवायु परिवर्तन || गर्मी से राहत नहीं, आफत बन रही है मॉनसून की बारिश

Climate कहानी,  कोलकाता। बारिश की आमद गर्मी से राहत देने के लिए जानी जाती थी।

Climateकहानी | डीसेंट्रालाइज्ड सोलर बढ़ा सकता है किसानों की आय

भारत की जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने में कर सकता है मदद Climateकहानी, कोलकाता। एक

ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर भारत में 82 प्रतिशत लोग सतर्क और चिंतित

इनमे से अधिकांश लोग जलवायु और ऊर्जा नीतियों के पक्ष में सतर्क, चिंतित ,और फिक्रमंद

पानी की बढ़ती कमी के बीच जलवायु और विकास के लक्ष्य हासिल करना मुश्किल

Climate कहानी, कोलकाता। पिछले वर्षों की अभूतपूर्व बाढ़, सूखा और बेतहाशा पानी से होने वाली

मेदिनीपुर : पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु परिवर्तन पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। राजा नरेंद्रलाल खां महिला महाविद्यालय, मेदिनीपुर में पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु

#Climateकहानी : सर्दियों में बारिश के अभाव ने बढ़ाया प्रदूषण स्तर

Climateकहानी, कोलकाता। सर्दियों की आमद ने एक बार फिर गंगा के मैदानी इलाकों में वायु

“कार्बन एमिशन को कम करने के लिए फौरन उठाने होंगे कदम”

Climateकहानी, कोलकाता। जलवायु परिवर्तन से गंभीर प्रभावों से बचने के लिए दुनिया को कोयले के