सांस्कृतिक संस्था “कालेर मंदिरा” के वार्षिकोत्सव में बिखरी स्वर लहरी

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : सांस्कृतिक संस्था “कालेर मंदिरा” का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम विजया गढ़ स्थित कुलेंदु सोम पुस्तकालय में दिन भर चला।उल्लेखनीय है कि कालेर मंदिरा अपनी स्थापना के आठवें साल को पार कर नौवें साल में प्रवेश कर चुकी है। इस कार्यक्रम में कालेर मंदिरा के सदस्यों और अन्य प्रमुख लोगों ने भाग लिया। प्रमुख रवीन्द्र शोधकर्ता पार्थ सारथी गायेन इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।

सामाजिक कार्यकर्ता और संगीत कलाकार सहाना बख्शी, सांस्कृतिक व्यक्तित्व पार्थ सारथी नाथ, रेडियो जॉकी पामेला मित्रा, वाचक असीम चक्रवर्ती, ऑडियो ड्रामा कलाकार और संचालिका नंदिनी लाहा भी कार्यक्रम में उपस्थित थीं। श्रुति नाटक के साथ आशीष दासगुप्ता और एमिली बनर्जी मौजूद रहीं, वहीं कार्यक्रम में विभिन्न स्वादों के 8 और ऑडियो नाटक प्रस्तुत किए गए।

सहाना बख्शी द्वारा गाए गए अतुल प्रसाद के गानों ने सभी का दिल जीत लिया। नंदिनी लाहा की एकल श्रुति नाटक और असीम चक्रवर्ती की सस्वर प्रस्तुति एक शब्द में अद्भुत थी। रेडियो जॉकी पामेला मित्रा और कालेर मंदिरा की रचयिता कविता भट्टाचार्य द्वारा प्रस्तुत ऑडियो नाटक ने उपस्थित सभी का दिल जीत लिया।

IMG-20230907-WA0016कालेर मंदिरा का हर प्रदर्शन मंत्रमुग्ध कर देने वाला था। ईशान रॉय ने परिवेशीय संगीत से पूरे शो को दिलकश बना दिया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन बुलन पाल ने मधुर वाणी से सुचारु रूप से किया। कविता भट्टाचार्य ने सभी कार्यक्रमों की कल्पना और निर्देशन किया। कविता भट्टाचार्य ने कार्यक्रम के सफल समापन के लिए सभी को धन्यवाद दिया।

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