बंगाल में हुई राज्यव्यापी हिंसा पूर्व नियोजित, लोकतंत्र के खिलाफ : आरएसएस

कोलकाता/ नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम के तुरंत बाद राज्य में अनियंत्रित तरीक़े से हुई राज्यव्यापी हिंसा न केवल निंदनीय है, बल्कि पूर्व नियोजित भी है तथा लोकतंत्र की मूल भावना के भी विपरीत है। बंगाल में दो मई को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हिंसा की अनेक घटनाओं की खबरें आई हैं।

भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस पर हिंसा का आरोप लगाया है और कहा है कि इन हिंसक घटनाओं में उसके कई कार्यकर्ता मारे गए और कई घायल हुए । राज्य में चुनाव में ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस को भारी बहुमत हासिल हुई, जबकि भाजपा मुख्य विपक्षी दल के रूप में सामने आई।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने अपने बयान में कहा कि बंगाल में असामाजिक शक्तियों ने महिलाओं के साथ घृणास्पद बर्बर व्यवहार किया, निर्दोष लोगों की क्रूरतापूर्ण हत्याएँ कीं, घरों को जलाया ।

उन्होंने दावा किया कि इन घटनाओं में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों-दुकानों को लूटा एवं हिंसा के फलस्वरूप अनुसूचित जाति-जनजाति समाज के बंधुओं सहित हज़ारों लोग अपने घरों से बेघर होकर प्राण-मान रक्षा के लिए सुरक्षित स्थानों पर शरण के लिए मजबूर हुए हैं।

आरएसएस के सरकार्यवाह ने आरोप लगाया कि इस पाशविक हिंसा का सर्वाधिक दुखद पक्ष यह है कि शासन और प्रशासन की भूमिका केवल मूक दर्शक की ही दिखाई दे रही है। दंगाइयों को ना ही कोई डर दिखाई दे रहा है और ना ही शासन-प्रशासन की ओर से नियंत्रण की कोई प्रभावी पहल दिखाई दे रही है।

होसबाले ने कहा कि चुनाव परिणाम के तुरंत बाद उन्मुक्त होकर अनियंत्रित तरीक़े से हुई राज्यव्यापी हिंसा न केवल निंदनीय है, बल्कि पूर्व नियोजित भी है।उन्होंने कहा कि चुनाव को दल जीतते हैं, पर निर्वाचित सरकार पूरे समाज के प्रति जवाबदेह होती है।

उन्होंने कहा, ‘‘ हम नव निर्वाचित सरकार से यह आग्रह करते हैं कि उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता राज्य में चल रही हिंसा को तुरंत समाप्त कर क़ानून का शासन स्थापित करना, दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करना, हिंसा-पीड़ितों के मन में विश्वास और सुरक्षा का भाव पैदा करना होना चाहिए।’’

आरएसएस के सरकार्यवाह ने कहा, ‘‘हम केंद्र सरकार से भी आग्रह करते है कि वह बंगाल में शान्ति क़ायम करने हेतु आवश्यक हर सम्भव कदम उठाएँ एवं यह सुनिश्चित करें कि राज्य सरकार भी इसी दिशा में कार्रवाई करें।’’

होसबाले ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज के सभी प्रबुद्ध जनों, सामाजिक-धार्मिक-राजनैतिक नेतृत्व का भी आहवान करता है कि इस संकट की घड़ी में वे पीड़ित परिवारों के साथ खड़े होकर विश्वास का वातावरण बनायें, हिंसा की कठोर शब्दों में निंदा करें एवं समाज में सद्भाव और शांति व भाईचारे का वातावरण खड़ा करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *