जलपाईगुड़ी। पंचायत चुनाव से पहले एसजेडीए ने डुआर्स में 6 करोड़ रुपये की लागत से जल परियोजना का उद्घाटन कर करीब 2 हजार स्थानीय निवासियों की प्यास बुझाई। विशुद्ध पेयजल पाकर आदिवासी चाय मजदूरों व परिजन खुशी से झूम उठे। जलपाईगुड़ी जिले के माल ब्लॉक में लंबे समय से पेयजल की किल्लत से परेशान कुमलाई, रंगामाटी, माना बाड़ी, मिनग्लास चाय बागान के मजदूरों के लिए शुक्रवार का दिन यादगार बन गया। सिलीगुड़ी जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण की पहल पर 6 करोड़ रुपये की लागत से जल परियोजना का उद्घाटन किया गया।
इस बीच जैसे-जैसे तापमान हर साल बढ़ रहा है, भूमिगत जल स्तर घटता जा रहा है। वहीं डुआर्स के इन चार चाय बागानों में करीब 2 हजार आदिवासी मजदूरों के परिवारों के लिए पीने के पानी का संकट गहराता जा रहा है। शुद्ध पेयजल परियोजना का उद्घाटन शुक्रवार को एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती ने किया। कार्यक्रम में सरिता मुंडा, दीपक लोहार और हजारों आदिवासी चाय श्रमिक परिवार के सदस्य उपस्थित थे।
उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि लंबे समय तक हमें अपनी प्यास बुझाने के लिए दूर जल स्रोत पर जाना पड़ा, लेकिन यह तकलीफ अब दूर हो गई। वहीं सौरभ चक्रवर्ती ने कहा, “इस रांगामाटी चाय बागान में पहले ये श्रमिक परिवार जिस जल का उपयोग करने के लिए मजबूर थे, मैंने उस पानी को बोतल में लेकर कोलकाता गया और इसे मुख्यमंत्री को दिखाया। फिर मुख्यमंत्री के निर्देश से आज सबका सपना साकार हुआ, सबको शुद्ध पेयजल मिला।”