सिलीगुड़ी। आखिरकार भाजपा नेता विकास सरकार को जमानत मिल ही गई। अदालत ने उन्हें 2 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी। विकास सरकार द्वारा जमानत दिए जाने से सिलीगुड़ी के भाजपा नेता उत्साहित हैं। सिलीगुड़ी नगरनिगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 24 में गुरुवार की सुबह एक कार्यालय भवन में अतिक्रमण को लेकर तनाव फैल गया। तृणमूल का दावा है कि कार्यालय भवन कांग्रेस का है। कार्यालय की जगह विशेष शर्तों पर चार साल के लिए अनुबंध के आधार पर ली गई है।
कांग्रेस ने भी यही दावा किया है। इसी को लेकर विवाद शुरू हो गया। आरोप लगाया गया कि भाजपा नेता विकास सरकार ने तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष और स्थानीय पार्षद प्रतुल चक्रवर्ती से धक्का-मुक्की की। उन्हें शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करने के आरोप लगे। घटना की खबर लेने गौतम देव घटनास्थल पर पहुंचे। दूसरी ओर घटना की सूचना पाकर सिलीगुड़ी थाने की पुलिस वहां पहुंच गई।
मालूम हो कि उस घटना के बाद विकास सरकार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। स्थानीय भाजपा खेमे ने घटना का विरोध किया। रात भर थाने के सामने धरना दिया गया। इस बीच विकास सरकार को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। अंत तक उन्हें जमानत मिल गयी। घटना को लेकर शंकर घोष से लेकर आनंदमय बर्मन ने दावा किया की उनकी नैतिक जीत हुई है।