कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत सात आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि आज समाप्त हो रही है। पार्थ चटर्जी समेत सात आरोपियों की पेशी अलीपुर स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में होनी है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है। पार्थ के अलावा अदालत में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डॉ कल्याणमय गांगुली, एसएससी की नियुक्ति समिति के पूर्व सलाहकार डॉ शांति प्रसाद सिन्हा, नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति सुबीरेश भट्टाचार्य, एसएससी के पूर्व सचिव अशोक कुमार साहा और घोटाले में बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले आरोपी प्रसन्न राय व प्रदीप सिंह को भी पेश किया जायेगा।
आज फिर आरोपियों की न्यायिक हिरासत की अवधि को कोर्ट बढ़ाएगी या कोई नया फैसला सामने आने वाला है यह कोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा। गौरतलब है कि सीबीआई ने अप्रैल में कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर थर्ड आरएलएसटी (एनटी), 2016 के माध्यम से पश्चिम बंगाल के सेकेंडरी एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में कक्षा नौ और 10 में सहायक शिक्षकों की नियुक्तियों में हुए घोटाले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की।
चार्जशीट में डॉ एसपी सिन्हा के अलावा अशोक कुमार साहा (डब्ल्यूबीसीएसएससी के पूर्व सहायक सचिव), डॉ सुबीरेश भट्टाचार्य (डब्ल्यूबीसीएसएससी के पूर्व चेयरमैन), डॉ कल्याणमय गांगुली (वेस्ट बंगाल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की एडहॉक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष) के नाम भी शामिल थे ऐसे में उनके खिलाफ भी मामले की जांच जारी है। भ्रष्टाचार के पूरे मामले की जानकारी शिक्षा विभाग के कुछ आला अधिकारियों से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों तक को थी।