कोलकाता। शुभ सृजन नेटवर्क का पहला सृजन सारथी सम्मान प्रो. प्रेम शर्मा को देने की घोषणा की गयी है। संस्था के तृतीय वर्षपूर्ति आयोजन में आभासी पटल पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय की मंत्री एवं मुख्य अतिथि दुर्गा व्यास ने इसकी घोषणा की। उन्होंने प्रो. शर्मा की सरलता, सृजनात्मकता, जीजिविषा एवं कर्मठता की सराहना की। प्रो. प्रेम शर्मा की सद्य प्रकाशित पुस्तक एक दीप जलाकर देखो पर केन्द्रित वक्तव्य रखते हुए भवानीपुर कॉलेज गुजराती एडुकेशन सोसायटी की प्रवक्ता डॉ, वसुन्धरा मिश्र ने कहा कि संग्रह की कविताओं में लय है, दृढ़ता है और सन्देश भरा पड़ा है।
अपनी सृजनात्मक यात्रा पर बात करते हुए प्रो. प्रेम शर्मा ने कहा कि लेखन के प्रति उनको उनको साहित्यकार अरुण अवस्थी एवं कवि कालीप्रसाद जायसवाल से प्रेरणा मिली। प्रो. प्रेम शर्मा ने 40 वर्षों तक अध्यापन किया है, समाज सेवा में सक्रिय रही हैं और अब तक 3 पुस्तकें लिख चुकी हैं। कार्यक्रम का संचालन कामायनी संजय ने किया। शुभ सृजन नेटवर्क की संस्थापक एवं प्रमुख सुषमा त्रिपाठी कनुप्रिय़ा ने कहा कि वरिष्ठ जनों के प्रति कृतज्ञता बोध को अभिव्यक्त करते हुए सृजन सारथी सम्मान की घोषणा की गयी है।
प्रो. प्रेम शर्मा को प्रथम सृजन सारथी सम्मान प्रदान करना गौरव की बात है और इसे लेकर समारोह आयोजित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त सृजनात्मकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले युवाओं के लिए सृजन प्रहरी सम्मान भी आरम्भ किया जा रहा है। आभासी कार्यक्रम में कई वरिष्ठ साहित्यकार एवं युवाओं ने भी भाग लिया।