तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : जंगल महल के झाड़ग्राम जिला अंतर्गत सांकराइल में आयोजित पूजा समारोह में स्वर्गीय दशरथ मांझी का व्यक्तित्व पूरी तरह से हावी रहा। सांकराइल ब्लॉक के बेनागेड़िया स्थित स्वागतम क्लब के प्रबंधन में श्यामा पूजा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। इस वर्ष शहरवासियों ने थीम पूजा के माध्यम से श्यामा मां की आराधना की। यह पूजा का चौथा वर्ष था।
हाजरा एग्रोवेट प्राइवेट लिमिटेड और स्वागतम क्लब की पहल ने एक असाधारण विषय और व्यक्तित्व के संघर्ष को उजागर करने के लिए ‘दशरथ माझी’ की कहानी को विषय के रूप में चुना है। ज्ञातव्य है कि दशरथ मांझी बिहार के एक आम आदमी थे, जिनके संघर्ष ने आगे चलकर उन्हें एक प्रसिद्ध व्यक्ति में बदल दिया। जिन्होंने अपनी पत्नी की याद में 22 साल तक पहाड़ काटकर गांव के गरीब लोगों के लिए सड़क बनाई।
वह सड़क जिसने सुदूर गांवों से शहरों की दूरी 55 किमी कम कर दी। उनके संघर्ष के दृश्य को उजागर करने के लिए हाजरा एग्रोवेट प्राइवेट लिमिटेड और बेनागेडिया स्वागतम क्लब ने इस बार दशरथ माझी थीम प्रस्तुत किया। पूजा के अवसर पर इस बार पूजा के सांस्कृतिक मंच से क्षेत्र के प्रतिभाशाली लोगों और प्रमुख समाजसेवियों का स्वागत किया गया।
साथ ही सैकड़ों जरूरतमंद लोगों को सर्दी के कपड़े के रूप में कंबल वितरित किये गये। आयोजकों का हौसला बढ़ाने के लिए पूजा मंडप में सीआई मुकुल मिया, दिगंत हाजरा, सर्वेश्वर महापात्र, प्रदीप कुमार माईती, सुदीप्त मित्रा, खगेन जाना, विश्वजीत पाल, वसंत प्रधान, अमिय पात्र, तपन डे, सौमेन अादक, झूमा डे आदि मौजूद थे। क्लब के प्रबंधन और सौमेन अादक के नेतृत्व में, मंडप की थीम संपूर्ण डेकोरेटर्स और स्टूडियो के कर्मचारियों द्वारा बनाई गई थी।