कोलकाता : चक्रवात अम्फान ने बंगाल में भीषण तबाही मचाई है। हालात इतने गंभीर थे कि परिस्थिति को सामान्य करने के लिए सेना को बुलाना पड़ा। इसी बीच तृणमूल में आंतरिक कलह शुरू हो गई है। राज्य के उपभोक्ता मामलों के मंत्री साधन पांडे ने अपनी ही सरकार पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है।
मंत्री साधन पांडे ने निगम-प्रशासक पर अम्फान तूफान के बाद की परिस्थिति से निबटने में नाकामी के आरोप लगाए। मंत्री ने दावा किया कि निगम प्रशासक ने कोलकाता के विधायकों के साथ कभी भी बैठक नहीं की। मुझसे में कभी चर्चा नहीं की। यदि निगम प्रशासक ऐसा किए होते तो अम्फान से हुई इस परिस्थिति से समय पर निपटा जा सकता था।
मनमाने तरीके से हो रहा काम
मंत्री ने कहा कि अम्फान से राज्य में भारी तबाही हुई है। कोलकाता में हजारों पेड़ गिर गए। प्रशासक मेयर रह चुके हैं, उन्हें समस्या की जानकारी रखनी चाहिए थी। विधायकों से यदि बाद की गई होती तो खतरनाक पेड़ों के बारे जानकारी जुटाकर व्यवस्था कर ली जाती, लेकिन वे अपनी मनमानी से काम कर रहे हैं। इस लापरवाही की सजा महानगर के लोग भुगत रहे हैं।
खलील अहमद को हटाने से नाराज
पांडे ने पौर कमिश्नर खलील अहमद को हटाए जाने का भी विरोध करते हुए कहा कि वे अनुभवी थे। इस समय उनकी ज्यादा जरूरत थी। पूर्व मेयर शोभन चटर्जी के अनुभव का भी लाभ लेना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यहां तक कि प्रशासक ने इसपर चर्चा भी नहीं की, यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है।