कूचबिहार 1 ब्लॉक धलुआबाड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर विरोध प्रदर्शन
कूचबिहार । कूचबिहार 1 ब्लॉक धलुआबाड़ी में प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया। मंगलवार को धलुआबाड़ी के निवासियों ने बीडीओ कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सर्वेक्षण किए बिना ही गरीब लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया है जिसके वे हकदार हैं।
आंदोलनकारियों की ओर से सुचित्रा बर्मन ने कहा, ”हम मिट्टी के घर में रहते हैं। मेरे पति और मेरी सास के नाम पर मकान के लिए आवेदन किया गया था। लेकिन लिस्ट में हमारे नाम नहीं हैं।”
जो लोग हमारे पड़ोस में सरकारी नौकरी करते हैं, पहले भी जिनके आवास बन चुके हैं, उन्हें फिर से आवास सूची में रखा गया है। रात के अंधेरे में आशा वर्करों ने आकर सर्वे किया। लेकिन हमारे घर का सर्वे नहीं किया गया। इसलिए हम चाहते हैं कि श्रीमान बीडीओ कम से कम खड़े होकर स्वयं सर्वे करें और हमारे घर का दौरा करें। अगर हम घर पाने के लायक नहीं हैं, तो हमें घर नहीं मिलेगा। लेकिन उपयुक्त हो तो बीडीओ साहब हमें मकान दिलवाने की व्यवस्था करें। इसलिए हम आंदोलन करने को मजबूर हैं।”
आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर कूचबिहार के घुघुमारी इलाके में सड़क जाम
कूचबिहार । आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर कूचबिहार के घुघुमारी इलाके में स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया। पुलिस जब लोगों को सड़क से हटाने पहुंची तो उस दौरान इलाके में पुलिस और आम लोगों के बीच झड़प देखने को मिली। घटना से पूरे इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। प्रधानमंत्री आवास योजना की मकान सूची में किसी गरीब का नाम नहीं है। तृणमूल नेताओं और संपन्न परिवारों के नाम चुनिंदा रूप से सूची में शामिल किए गए हैं। इस आरोप पर आम लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम में शामिल हो हुए थे।
मकानों की अंतिम सूची से नाम छूट जाने से दिहाड़ी मजदूर परिवार मायूस हैं
मालदा । पीएम आवास योजना की अंतिम सूची से नाम छूटने से दिहाड़ी मजदूर परिवार मायूस हैं। ज्ञात है कि हरिश्चंद्रपुर-1 प्रखंड महेंद्रपुर ग्राम पंचायत के भवानीपुर गांव निवासी कादो अली, फय्याज अली व नियाज अली दिहाड़ी मजदूर हैं, लेकिन इनके नाम आवास सूची में नहीं है। वहीं मृत व्यक्ति व पक्के मकान मालिकों के नाम आवास सूची में शामिल है। जिसे लेकर इलाके में भारी रोष व्याप्त है।
सर्वे के बाद सूची में नाम होने के कारण मकान मिलने की उम्मीद जागी तो थी, लेकिन फाइनल लिस्ट आते ही सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। अंतिम सूची में संपन्न लोगों, पक्के घरों के मालिकों और यहां तक कि मृत व्यक्तियों के नाम शामिल किए गए थे। जबकि गरीब दिहाड़ी मजदूरों के परिवारों के नाम छोड़ दिए गए थे। इसलिए, वंचित उपभोक्ताओं ने ब्लॉक प्रशासन से फिर से सर्वेक्षण करने की मांग की।
आवास योजना में भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा ने असम की सीमा से लगे भोलका में 2 ग्राम पंचायत कार्यालय का किया घेराव
अलीपुरद्वार । प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार, आवास आवंटन की सूची में तृणमूल के भाई-भतीजावाद के खिलाफ भाजपा मंडल नंबर 3 ने असम सीमा पर भोलका ग्राम पंचायत कार्यालय पर घेराबंदी कर दिया। इन विरोध प्रदर्शनों में महिलाओं की उपस्थिति ध्यान देने योग्य थी। आन्दोलन पर आई महिलाओं ने शिकायत की कि वास्तविक लाभार्थियों को आवास योजना के आवास नहीं मिल रहे हैं, लेकिन तृणमूल नेताओं के रिश्तेदारों का नाम आवास योजना की सूची में दर्ज है।