कोलकाता । शुभ सृजन नेटवर्क का पहला सृजन सारथी सम्मान प्रो. प्रेम शर्मा को प्रदान किया गया। सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय में आयोजित एक आत्मीय समारोह में सेठ सूरजमल जालान पुस्तकालय की मंत्री एवं समारोह अध्यक्ष दुर्गा व्यास ने प्रो. प्रेम शर्मा को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। सम्मानित व्यक्तित्व प्रो. प्रेम शर्मा के सद्य प्रकाशित काव्य संग्रह ‘एक दीप जलाकर देखो’ का भी लोकार्पण किया। अपने वक्तव्य में चर्चित साहित्यकार एवं शिक्षाविद् दुर्गा व्यास ने प्रो. शर्मा की सरलता, सृजनात्मकता, जीजिविषा को प्रेरणा देने वाला बताया। इस अवसर पर उपस्थित प्रधान अतिथि उदिता नेवर ने पुस्तकों को ऑडियो बुक और डिजिटल प्रारूप में लाने का परामर्श दिया।
समारोह में उपस्थित कवि लखबीर सिंह ‘निर्दोष’ एवं गजेन्द्र नाहटा ने भी अपने शुभकामनाएं प्रेषित कीं। इस अवसर पर शुभ सृजन नेटवर्क की ओर से अभिनंदन पत्र सेठ सूरजमल जालान बालिका विद्यालय की शिक्षिकाओं ने मिलकर प्रो. प्रेम शर्मा को दिया। अपनी सृजनात्मक यात्रा पर बात करते हुए प्रो. प्रेम शर्मा ने कहा कि लेखन के प्रति उनको साहित्यकार अरुण अवस्थी एवं कवि कालीप्रसाद जायसवाल से प्रेरणा मिली। प्रो. प्रेम शर्मा ने सेठ सूरजमल जालान बालिका विद्यालय में ही 40 वर्षों तक अध्यापन किया है, समाज सेवा में सक्रिय रही हैं और अब तक 3 पुस्तकें लिख चुकी हैं।
शुभ सृजन नेटवर्क की संस्थापक एवं प्रमुख सुषमा त्रिपाठी कनुप्रिय़ा ने कहा कि वरिष्ठ जनों के प्रति कृतज्ञता बोध को अभिव्यक्त करते हुए सृजन सारथी सम्मान की घोषणा की गयी है। प्रो. प्रेम शर्मा को प्रथम सृजन सारथी सम्मान प्रदान करना गौरव की बात है। इसके अतिरिक्त सृजनात्मकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले युवाओं के लिए सृजन प्रहरी सम्मान भी आरम्भ किया जा रहा है। प्रो. कमल कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में पुस्तकाध्यक्ष श्रीमोहन तिवारी, दीनानाथ पांडेय, अरविंद तिवारी, विवेक तिवारी समेत पुस्तकालय कर्मियों की विशेष भूमिका रही।