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कोलकाता। पश्चिम बंगाल विभिन्न जेलों में पिछले 10 दिनों में पांच कैदियों की मौत का मामला सामने आया है। इस घटना के सामने आने से राज्य प्रशासन में हड़कंप मच गया है। इस मामले में कैदियों के परिवारवालों और रिश्तेदारों ने उन्हें केंद्रीय सुधार गृह-जेल (Central Correctional Home) में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। ताजा घटना जलपाईगुड़ी सेंट्रल जेल में घटी है। उम्रकैद की सजा काट रहे एक कैदी की असामान्य मौत हो गई। मृतक का नाम जाकिर हुसैन है. जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मंगलवार दोपहर व्यक्ति की मौत हो गई बता दें कि इसके पहले चार कैदियों की मौत पहले हो चुकी है. उसे लेकर पहले ही जेल प्रशासन पर सवाल खड़े हुए हैं।
बता दें कि इसके पहले जियाउल नस्कर (40) की 28 जुलाई को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के बरुईपुर केंद्रीय सुधार गृह में, कुराली के अब्दुल रज्जाक दीवान, फकीर पारा के अकबर खान उर्फ खोकन खान और दक्षिण 24 परगना के संतोषपुर के सैदुल मुंशी की बरुईपुर केंद्रीय सुधार गृह (जेल) में न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी। पुलिस ने जुलाई के आखिरी में डकैती की तैयारी करने के आरोप में 4 लोगों को अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया था।
राज्य सुधार प्रशासन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मामले के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह मानक प्रोटोकॉल है। विभागीय जांच में इसमें गड़बड़ी की बात से इंकार नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि डी एम गुप्ता ने फोन कॉल और टेक्स्ट मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया। उधर जियाउल के परिवार के गड़बड़ी का आरोप लगाने के बाद दक्षिण 24 परगना के जिला मजिस्ट्रेट सुमित गुप्ता (District Magistrate Sumit Gupta) ने हर मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया है।
इसके साथ ही मृतक के परिवारों को मामले सीआईडी जांच के अलावा सरकारी नौकरी का आश्वासन भी दिया है। इस मामले में बरुईपुर (Baruipur) थाना प्रभारी सौम्यदीप रॉय (Soumyadip Roy) ने कहा, ‘ ये मामला विचाराधीन है, इसलिए हम कुछ नहीं कह सकते। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि उन्हें डकैती की तैयारी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जब उन्हें जेल भेजा गया तो वे फिट थे। हमारे पास उनकी फिटनेस की मेडिकल रिपोर्ट है।”