कविवर गिरिधर राय के जन्म दिवस पर काव्य गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न

कोलकाता : राष्ट्रीय कवि संगम, पश्चिम बंगाल के प्रान्तीय अध्यक्ष प्रख्यात हास्य कवि डॉ. गिरिधर राय के जन्म दिन के शुभ अवसर पर एक कवि गोष्ठी का सफल आयोजन भोजपुरी जन जागरण और एनसीसी आँफिसर एसोसिएशन पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष चीफ आँफिसर राम पुकार सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। पटल पर उपस्थित होते समवेत स्वर में जन्म दिन की बधाइयाँ सुनकर अध्यक्ष महोदय भौचक्के रह गये।इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ कवयित्री रीमा पाण्डेय के सुमधुर सरस्वती वंदना से हुई। इस अवसर प्रान्तीय मंत्री बलवंत सिंह गौतम के निर्देशन में डा. गिरिधर राय के व्यक्तित्व पर देवेश मिश्रा और स्वागता बसु द्वारा निर्मित एक शानदार डाक्यूमेन्ट्री फिल्म का प्रदर्शन किया गया जिसको सभी ने सराहा। राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल ने उनकी प्रांतीय अध्यक्ष के व्यक्तित्व एवं कार्यशैली की भूरि-भूरि प्रसंशा करते हुए उन्हें शुभकामनाएँ दी और अगले वर्ष राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा आयोजित होने वाले युवा कवियों के मौलिक काव्य पाठ यानि दस्तक कार्यक्रम का आयोजन डा. गिरिधर राय के जन्म दिन के अवसर पर आयोजित करने की घोषणा किये।

प्रान्तीय महामन्त्री राम पुकार सिंह ने अपने स्वागत भाषण में डॉ. राय को जन्मदिन की हार्दिक बधाई देते हुए कई मार्मिक संस्मरण साझा किया। आगे उन्होंने कहा कि सृजन की कोई भी विधा हो या समाज सेवा का कोई कार्य हो या फिर रचनाकारों की नई पौध उगाने की विधा हो डॉ. राय प्रत्येक विधा में माहिर है। इसका ही नतीजा है कि आज पश्चिम बंगाल का लगभग प्रत्येक युवा कवि उनको निर्विवाद रुप से गुरु ही नहीं अपना अभिभावक भी मानता है।

प्रांतीय मंत्री बलवंत सिंह और दीनबंधु कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. सत्यप्रकाश तिवारी ने अपने वक्तव्य मे कहा कि यह कितने सौभाग्य की बात है कि जिनके साथ आज हम मंच साझा कर रहे हैं उन्हीं की लिखी किताबों को पढ़कर के हम लोगों ने क्लास 10th पास किया है। राय साहब एक विज्ञान के अध्यापक रह चुके हैं और जी.डी.राय के नाम से लिखी इनकी पुस्तक एन ऐड टु लाइफ साइंस उस समय हर विद्यार्थी के हाथ में रहती थी। इस अवसर पर डॉ. राय के व्यक्तित्व और कृतित्व को केन्द्र में रखकर अपनी – अपनी स्वरचित रचनाओं से पटल पर उपस्थित लोगों को भाव विभोर करने वाले रचनाकारों में अभिषेक पांडेय, हिमाद्रि मिश्रा, ममता बनर्जी मंजरी, सुषमा राय पटेल, सुदामी यादव, सीमा सिंह, स्वागता बसु, रामाकांत सिन्हा, देवेश मिश्र, रीमा पांडेय, कामायनी संजय, अशोक कुमार शर्मा,बलवंत सिंह गौतम, चन्द्रिका प्रसाद पाण्डेय “अनुरागी”, नंद लाल “रोशन” कुमार शैलेन्द्र गाजीपुरी और राम पुकार सिह “पुकार” गाजीपुरी प्रमुख थे।

देवेश मिश्र का संचालन और स्वागता बसु का संयोजन काबिले तारीफ था। डॉ. गिरिधर राय ने सबका तहे-दिल से आभार जताया एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुए भावुक होकर बोले कि आप सभी ने मेरे जन्म दिन को यादगार बना दिया। कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन स्वागता बसु ने किया।

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