।।श्रद्धा हो तो ऐसी।।
गोपाल नेवार, ‘गणेश’ सलुवा
दिल ने ये कहा आँख से
दिल ने ये कहा आँख से,
जब भी देखते हो धोखेबाज को
जब भी देखते हो धोखेबाज को,
तब दर्द ही मिलता है मुझको
तब दर्द ही मिलता है मुझको।
फिर आँख ने कहा दिल से
फिर आँख ने कहा दिल से,
जब भी दर्द को सहा है तुमने
जब भी दर्द को सहा है तुमने,
तब आँसू भी तो बहाया है हमने
तब आँसू भी तो बहाया है हमने।