वेब डेस्क, कोलकाता। हिंदू मान्यता के अनुसार प्रत्येक साल आश्विन मास के कृष्णपक्ष की प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक पड़ने वाले पितृपक्ष में पितर पितृलोक से चलकरपृथ्वीलोक पर तमाम तरह के जीवों के रूप में आते हैं। मान्यता है कि जब पितृ अपने वंशजों को देखने के लिए आते हैं तो उनका आशीर्वाद पाने के लिए विधि-विधान से पूजन, श्राद्ध, तर्पण आदि करके उनका सत्कार करना चाहिए। हिंदू मान्यता के अनुसार जो व्यक्ति अपने पितरों का विधि-विधान से श्राद्ध करता है,उस पर उनकी पूरी कृपा बरसती है,लेकिन जो व्यक्ति उनकी उपेक्षा या अनादर करता है उसे वे श्राप देकर अपने लोक को दोबारा वापस लौट जाते हैं।
कब नाराज होते हैं पितर
पंचांग के अनुसार इस साल पितरों की पूजा से जुड़ा पावन पर्व 29 सितंबर 2023 से शुरू होगा और इसकी समाप्ति 14 अक्टूबर 2023, शनिवार के दिन होगी। हिंदू धर्म में पितरों की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है क्योंकि पितृलोक में रहने वाले यही पितर विधि-विधान से श्राद्ध एवं पिंडदान आदि करने पर हमें हमें सुख-सौभाग्य और आरोग्य प्रदान करते हैं। वहीं इनकी अनदेखी करने पर व्यक्ति को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हिंदू मान्यता के अनुसार पितरों की नाराजगी के चलते व्यक्ति के बनते काम भी बिगड़ने लगते हैं।
पितरों की नाराजगी के संकेत
पितर किनसे नाराज हैं और किनसे प्रसन्न, इस बात का पता लगाने के लिए लोग अक्सर परेशान रहते हैं। हिंदू मान्यता के अनुसार पितरों के नाराज होने पर व्यक्ति के जीवन में तमाम तरह के अशुभ संकेत दिखाई देने लगते है, जिसे देखकर आप अपनी गलती सुधारते हुए उन्हें मनाने का प्रयास कर सकते हैं।
- हिंदू मान्यता के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के सपने में बार-बार पितर या फिर कहें मृतक परिजन दुखी दिखाई दें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि उनके पितर उनसे नाराज हैं।
- सनातन परंपरा के अनुसार पितरों के आशीर्वाद से ही कुल में वृद्धि होती है। ऐसे में यदि पितर नाराज हो जाएं तो व्यक्ति को संतान सुख मिलने में बाधा आती है। यदि संतान हो तो उससे सुख की बजाय तमाम तरह का दुख और कष्ट मिलता है।
- हिंदू मान्यता कि अनुसार जिस किसी व्यक्ति या परिवार से पितर नाराज होते हैं, उस घर में अचानक से तमाम तरह की बाधाएं आने लगती हैं। उस घर से जुड़े लोगों के प्रत्येक काम में अड़चनें आती हैं और उनके बने-बनाए काम भी बिगड़ने लगते हैं।
- मान्यता है कि जिस व्यक्ति या परिवार से पितर नाराज होते हैं उसके घर में होने वाले मांगलिक कार्य जैसे विवाह आदि में तमाम तरह की बाधाएं आती हैं। पितरों की नाराजगी के कारण व्यक्ति को वैवाहिक सुख की प्राप्ति नहीं हो पाती है।