ओवैसी ने बताया आख़िर क्यों किया महिला आरक्षण बिल के ख़िलाफ वोट

नयी दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और उनकी पार्टी के सांसद इम्तियाज़ जलील ने लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक के ख़िलाफ़ वोट किया। ये वो दो सांसद थे, जो नारी शक्ति वंदन अधिनियम विधेयक के विरोध में थे, इनके अलावा बाकी 454 सदस्यों ने विधेयक के पक्ष में वोट डाला।

लोकसभा में विधेयक के पास होने के बाद ओवैसी ने बताया कि क्यों उनकी पार्टी ने महिला आरक्षण बिल का विरोध किया। उन्होंने कहा- “बिल का विरोध करने की वजह ये है कि ओबीसी के लिए आरक्षण नहीं है, जो हमारी जनसंख्या के 50 फ़ीसदी से ज़्यादा के हिस्सेदार हैं उनकी लोकसभा में हिस्सेदारी सिर्फ़ 22 फ़ीसदी है।”

“मुस्लिम महिलाओं के लिए भी हमने संशोधन डाला था, सदन में सिर्फ़ चार फ़ीसदी मुस्लिम महिलाएं हैं, उनका भी तो प्रतिनिधित्व होना चाहिए। बिल लाने का मकसद क्या है कि लोकसभा और राज्य की विधानसभाओं में उन्हें मौका मिले। जब उनको प्रतिनिधित्व नहीं मिलेगा तो क्या मतलब है।”

बुधवार को आठ घंटे चली चर्चा के बाद लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पारित हो गया। इस विधेयक में संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फ़ीसदी आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है। महिला आरक्षण के लिए पेश किया गया विधेयक 128वां संविधान संशोधन विधेयक है। इस क़ानून को लागू करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा को इस विधेयक को दो-तिहाई बहुमत से पास करना होगा। इसके बाद जनगणना के बाद परिसीमन की कवायद की जाएगी।

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