पद्मश्री का नृत्य, सोशल मीडिया पर वायरल

जलपाईगुड़ी। जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी ब्लॉक के पद्मश्री नामांकित मंगल कांत रॉय और पद्मश्री करीमुल हक को एक साथ नृत्य करते देखा गया। लव ऑल सर्व ऑल फेस्टिवल-2023 करीमुल हक के मानव सेवा सोसाइटी के जलपाईगुड़ी क्रांति क्षेत्र में एक कार्यक्रम में एक ही फ्रेम में यह खूबसूरत पल देखने को मिला और कई लोगों ने इस डांस के नजारे को अपने कैमरे में कैद कर लिया। सोशल मीडिया पर दो पद्मश्री का एक साथ डांस करने का वीडियो वायरल हो गया। इस तरह के कार्यक्रम ने बहुतों का दिल जीत लिया।

उल्लेखनीय है कि इस बार 25 जनवरी को उत्तर बंगाल के दो दिग्गजों को अपने अपने क्षेत्रों में अतुलनीय योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। जबकि करीमुल हक को कुछ वर्ष पूर्व पद्मश्री मिल चुका है। जलपाईगुड़ी के क्रांति मे करीमुल हक के मानव सेवा सोसाइटी के एक कार्यक्रम में मयनागुड़ी के पद्मश्री मंगल कांत रॉय पहुंचे। जहाँ लोक संगीत पर दोनों के झूमते हुए कुछ पल लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया व सोशल मीडिया पर डाल दिया। जो इस समय काफी वायरल हो रहा है।

भूख की मार से कड़ाके की सर्दी में ठंडे पानी में उतर मछली पकड़ने को मजबूर झांकुआ पाड़ा निवासी

जलपाईगुड़ी। एक ओर जहां आम लोग कड़ाके की ठंड से बेहाल हैं, वे ठंड से बचने के लिए स्वेटर, हाथ के मोज़े, पैर के मोज़े में चादर लपेटे हुए हैं। दूसरी ओर, ठंड व कोहरे को नजरअंदाज करते हुए कई लोग तालाब में मच्छरदानी का जाल लगाकर मछली पकड़ रहे हैं। मेखलीगंज महकमा के हल्दीबाड़ी के पश्चिमी झांकुआ पाड़ा इलाके में ऐसा दृश्य कैमरे में कैद हो गया। व्यवसायी मोतीलाल सरकार, फूल चंद मल्लिक और उनके अन्य सहायक गोकुल रॉय के तालाब में मछली पकड़ने गए, जो वहां एक किसान हैं। मोतीलाल ने बताया कि सर्दी के घने कोहरे के बावजूद वह मछली पकड़ने के लिए पानी में उतर गए।

उन्होंने यह भी कहा कि वे लगातार इस तरह पानी में मछलियां पकड़ते हैं। उन्होंने बताया कि सर्दी और कोहरे में शारीरिक कठिनाइयों के बावजूद वे भूख को मिटाने और परिवार के सदस्यों के लिए कुछ मुट्ठी भर अन्न जुटाने के लिए काम करना पड़ता है। इसलिए रुपये अर्जित करने के लिए भयानक सर्दी कोहरे की अनदेखी करते हुए तालाब में उतर गए। लेकिन वे दिन-ब-दिन बूढ़े होते जा रहे हैं और उन्हें भविष्य की चिंता सता रही है। इसलिए वे अपने इलाके के तमाम गरीब मछुआरों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं।

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