हावड़ा। हावड़ा के पैराडाइज हायर सेकेंडरी स्कूल के सभागार में साहित्यिक संस्था “कलम की धुन” की स्थापना दिवस के शुभ मौके पर पूर्व प्रधानाध्यापक राम पुकार सिंह की अध्यक्षता में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें एक भव्य कवि सम्मेलन और सामाजिक क्षेत्रों में योगदान देने वालों को सम्मानित करने का कार्यक्रम संपन्न हुआ। संचिता सक्सेना के कुशल संयोजन और वीर बहादुर सिंह एवं विजय शर्मा विद्रोही के कुशल संचालन में रचनाकारों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ. कमलेश जैन और विशिष्ट अतिथि के रुप में चंद्रिका प्रसाद पाण्डेय अनुरागी, रमाकांत सिन्हा और डॉ. बी.के. शर्मा उपस्थित रह कर कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए। कार्यक्रम का शुरुआत आलोक चौधरी के मधुर सरस्वती वंदना से हुआ। कवि सम्मेलन में शानदार प्रस्तुति देने वालों में चंद्रिका प्रसाद पाण्डेय, रीमा पाण्डे, रमाकांत सिन्हा, डॉ. मनोज मिश्रा, विजय शर्मा विद्रोही, आलोक चौधरी, रूपम महतो, विकास अत्रि, कामना, रवींद्र श्रीवास्तव, विकास ठाकुर, साक्षी मोदी, सूरज सोनकर, अक्षय गिरी, कुमार प्रवीन, श्याम पाठक, निलेश पासवान प्रमुख थे।
कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी आकाश जायसवाल, सोनाली वर्मा, पंकज जायसवाल और संस्था उजागर सीएमएनएस फाउंडेशन को सम्मानित किया गया। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में राम पुकार सिंह ने उक्त संस्था, श्रोताओं और सभी रचनाकारों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और अपने गजल – “बिगुल जहाँ में बजा के देखो /कलम को शोला बना के देखो।” के माध्यम से संदेश देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिए। इस अवसर पर जतिन यादव, अंकित सक्सेना और उमेश सिंह सहित सैकड़ो सुधिजन उपस्थित रहे। कलम की धुुन की संंस्थापका संचिता सक्सेना ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सबका आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित की।