नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि विपक्ष को आम आदमी से संबंधित मुद्दों को उठाने से इनकार किया गया है। उन्होंने कहा “पेगासस विवाद पर चर्चा करने की हमारी लगातार अपील बहरे कानों में पड़ी और इस मुद्दे को लोकसभा में नहीं उठाया गया, जबकि फ्रांस, जर्मनी, हंगरी और यहां तक कि इजराइल सहित कई देशों में वैश्विक चर्चा चल रही है।”
उन्होंने कहा कि “विपक्ष भी ईंधन की कीमतों में वृद्धि, कृषि मुद्दों, मुद्रास्फीति, टीकाकरण की स्थिति पर व्यापक चर्चा चाहता था, लेकिन सरकार ने मांगों को नहीं सुना, जबकि सदन में बिल 7-8 मिनट के भीतर पारित हो गए।” लोकसभा की कार्यवाही अपने निर्धारित समय से दो दिन पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई, जिससे मानसून सत्र समाप्त हो गया। सदन 13 अगस्त को समाप्त होने वाला था।
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मानसून सत्र उम्मीद के मुताबिक नहीं चल सका और सिर्फ 21 घंटे 14 मिनट ही बैठ सका। उन्होंने यह भी कहा कि चर्चा और अन्य विधायी कार्यों के लिए आवंटित 96 घंटों में से लगभग 74 घंटों का उपयोग इस उद्देश्य के लिए नहीं किया गया था और इस सत्र में केवल 22 प्रतिशत काम किया गया था।
बिड़ला ने कहा, “इस अवधि के दौरान, संविधान (एक सौ सत्ताईसवां संशोधन) विधेयक, 2021 सहित सदन में 20 महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए, 66 तारांकित प्रश्नों के उत्तर दिए गए और सदस्यों द्वारा 331 प्रश्न उठाए गए। केंद्रीय मंत्रियों ने 22 बयान दिए।”