तिरुवनन्तपुरम। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) केरल पुलिस के साथ शुक्रवार को सीलिंग प्रक्रिया के लिए पीएफआई के कोझीकोड कार्यालय पहुंची। यह कदम गृह मंत्री द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके सहयोगियों पर अगले पांच वर्षो के लिए प्रतिबंध लगाने के कुछ दिनों बाद आया है। प्रदेश पार्टी कार्यालय के अलावा अन्य जिलों में भी इसी तरह की कार्रवाई हुई। राज्य के राजस्व अधिकारियों ने कार्यालयों को सील किया, जबकि एनआईए और पुलिस ने इसकी निगरानी की।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों के साथ कई बैठकें की, जिसके बाद शुक्रवार सुबह कार्रवाई अभियान शुरू हो गया। केरल के लगभग सभी शीर्ष पीएफआई नेता अब यहां सलाखों के पीछे हैं, जबकि कुछ अन्य को पिछले सप्ताह गुरुवार तड़के हिरासत में लिया गया। गुरुवार को केरल हाई कोर्ट ने भी प्रदर्शन कर रहे पीएफआई कार्यकर्ताओं पर जमकर निशाना साधा।
जिन्होंने पिछले शुक्रवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था और उन्हें 5.20 करोड़ रुपये की राशि जमा करने के लिए कहा था। सरकार ने अदालत को सूचित किया कि राज्य में 487 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 1992 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 687 को एहतियातन हिरासत में लिया गया।