राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम बंगाल की श्री राम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता की बैठक संपन्न

  • बिना राम के भारत में भारतवर्ष कहाँ है’-श्री राम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आगाज

Kolkata Desk : राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा एक अद्भुत विराट श्री राम काव्यपाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह विराट प्रतियोगिता तीन स्तरों पर होगी– जिला स्तर पर, प्रांत स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर पर। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी भारत के किसी भी भाषा में काव्यपाठ कर सकता है। आयु का कोई बंधन नहीं है। बंधन है तो सिर्फ समय का जो कि न्यूनतम 2:30 से अधिकतम 4:00 मिनट तक होगा।

श्री राम की महिमा, उदारता, शक्ति और शील-सौंदर्य का वर्णन काव्यपाठ का विषय है।(ऐसी कोई भी कविता जिसमें श्री राम की महिमा की झलक न हो उसे प्रतियोगिता के योग्य नहीं माना जाएगा।) यह प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर पर देश भर के सभी राज्यों में संपन्न होगी।

इस विराट प्रतियोगिता को आयोजित करने के लिए
सोमवार 12 जुलाई 2021 को पश्चिम बंगाल कार्यकारिणी की एक महत्वपूर्ण बैठक प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गिरिधर राय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में राष्ट्रीय सह- महामंत्री महेश कुमार शर्मा और प्रान्तीय प्रभारी व राष्ट्रीय मंत्री दिनेश देवघरिया भी उपस्थित थे।

बैठक का कुशल संचालन प्रान्तीय महामंत्री राम पुकार सिंह ने किया। प्रतियोगिता के प्रान्तीय संयोजक देवेश मिश्रा ने विस्तृत रूप से उक्त प्रतियोगिता से संबधित नियमावली को स्पष्ट ढ़ंग से पटल पर उपस्थित लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया।

इस प्रांतीय बैठक में अलग-अलग जिला के अध्यक्ष और उनके जिला पदाधिकारी उपस्थित थे। जिलाध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद पाण्डेय, राजीव मिश्र, रामाकान्त सिन्हा, विद्यानंदन सिंह, सीमा सिंह, जिला उपाध्यक्ष श्यामा सिंह, रीमा पाण्डेय, अंजनी कुमार राय, जिला महामंत्री स्वागता बसु, मंत्री डॉ. अरविन्द कुमार मिश्रा, पुष्पा मिश्रा, सुषमा राय पटेल, अशोक कुमार शर्मा,

अनूप यादव, जिला मीडिया प्रमुख संतोष कुमार तिवारी, ज्योति अग्रवाल, अभिषेक पाण्डेय, निखिता पाण्डेय ने चर्चा में हिस्सा लिया। बैठक में उक्त प्रतियोगिता के क्रियान्वयन हेतु योजना की रूपरेखा और जिला संयोजक एवं जिला सह-संयोजक के नामों की चर्चा के साथ जिले में होने वाले अभ्यास-सत्र से सम्बंधित बातों की चर्चा भी हुई।

राष्ट्रीय सह-महामंत्री महेश कुमार शर्मा ने श्रीराम की महिमा और उनके शौर्य का बखान करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य युवाओं में राम की महत्ता एवं उनके सत्कर्म द्वारा राष्ट्र-जागरण के उद्देश्य को प्रतिपादित करना है।

कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम बंगाल के कार्यशैली की प्रशंसा की और अधिक से अधिक प्रतिभागियों की हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिये अनवरत प्रयास करने के लिए कहा। अन्त में सभी की असुविधाओं और आशंकाओं को निवारण डॉ. राय ने किया। देर रात चली इस बैठक का समापन राम धुन के साथ सम्पन्न हुआ।

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