कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमन बनर्जी ने सदन की स्थायी समितियों की बैठकों में हिस्सा नहीं लेने को लेकर विधायकों की आलोचना की। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने देखा है कि कुछ विधायक भत्ते का लाभ उठाने के लिए स्थायी समिति की बैठकों के उपस्थिति पत्र पर हस्ताक्षर तो करते हैं, लेकिन उसमें शामिल नहीं होते।
उन्होंने कहा, ‘‘यह अस्वीकार्य है… स्थायी समिति की बैठकें महत्वपूर्ण मुद्दों और नीतियों पर चर्चा करने के लिए की जाती हैं। मैं सभी विधायकों से उसमें शामिल होने का अनुरोध करता हूं। विधानसभा के मानदंडों के अनुसार, एक विधायक दो समितियों-विभागीय स्थायी समिति और सदन की एक समिति का सदस्य होता है।
अध्यक्ष की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय मामलों के मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा कि यह विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हैं, जो इस तरह की बैठकों में शामिल नहीं होते और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को इस पर ध्यान देना चाहिए।
वहीं, भाजपा के मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा ने कहा कि उनकी पार्टी के अधिकांश विधायक स्थायी समितियों की बैठकों में नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष बनर्जी ने पहले भी सदन के सत्र में नियमित रूप से हिस्सा न लेने को लेकर विधायकों की आलोचना की थी।