अटलश्री काव्य सम्मान समारोह नागपुर सम्बन्धी बैठक सम्पन्न

उज्जैन : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा आगामी 25 एवं 26 दिसम्बर को नागपुर में आयोजित होने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटलबिहारी वाजपेयी जी के जयंती दिवस पर प्रतिवर्षानुसार अटलश्री काव्य सम्मान एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन संबंधी बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजकिशोर शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षक संचेतना सदैव विचारो के माध्यम से राष्ट्र की सेवा कर रही है। संस्था को उंचाई तक पहुंचाना एवं कार्य एवं संगठन विस्तार करना ही चाहिये। अटलजी की प्रसिद्ध कविता ‘हम सब साथ चले‘ सुनायी।

राष्ट्रीय मुख्य संरक्षक डॉ. शहाबुद्दीन शेख ने वक्तव्य में बताया कि संस्था में स्वयंसेवक भाव से कार्य करना एवं समारोह में उपस्थित होकर तन, मन एवं धन से सहयोग करना चाहिये। राष्ट्रीय मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष सुवर्णा जाधव ने कहा कि संस्था ने दो दशक में विविध आयोजनो के माध्यम से सम्पूर्ण देश में सम्मानजनक पहचान बनायी है तथा पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं को भी समाज में सम्मान प्राप्त हो रहा है।

आभासी संगोष्ठी के शुभारम्भ में सरस्वती वंदना डॉ. रश्मि चौबे ने, स्वागत भाषण डॉ. भरत शेणकर ने दिया। प्रस्तावना में डॉ. प्रभु चौधरी राष्ट्रीय महासचिव ने जानकारी दी कि अटल श्री काव्य समारोह पंचम वर्ष में हम भारत के 10 राज्यो से प्रतिनिधि को सम्मान करेंगे। हमारी संस्था का 25वां समारोह प्रसिद्ध महानगर नागपुर में आयोजित होगा।

जिसमें स्वयं के व्यय से प्रतिनिधि लगभग एक सौ उपस्थित होंगे तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी के विषय अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व एवं देवनागरी लिपि : तब से अब तक तथा संत परम्परा में महाराष्ट्र प्रदेश का योगदान पर आलेख वाचन करेंगे। राष्ट्रीय संयोजक डॉ. अनसूया अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय समरोह के अवसर पर आलेखो का संकलन पुस्तक रूप में प्रकाशन होना चाहिये।

राष्ट्रीय सचिव डॉ. रजिया शेख ने बताया कि समारोह अवसर पर रात्रि में बहुभाषी कवि सम्मेलन अपेक्षित है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मुख्य प्रभारी डॉ. मुक्ता कौशिक ने बताया कि गत समरोह उपरान्त समारोह की विस्तृत रपट मासिक संचेतना समाचार पत्र में आगामी आयोजनो सहित प्रकाशित की जावेगी। राष्ट्रीय सचिव भुवनेश्वरी जायसवाल ने प्रस्ताव दिया कि अटलजी विश्व के श्रेष्ठ कवि रहे है इसीलिये कविता की पुस्तक का प्रकाशन होना चाहिये।

राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. बालासाहेब तोरस्कर ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक बैठक दीपावली पश्चात् आयोजित हो जिसमें अतिथि आमंत्रण, मंच व्यवस्था, पुस्तक प्रकाशन एवं समारोह स्थल की समस्त चर्चा होनी चाहिये। समारोह की समितियों का गठन एवं प्रभारी एवं सदस्य मनोनीत किये जाए। राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश महाराष्ट्र प्रभारी डॉ. शैलचन्द्रा ने राष्ट्रीय-प्रदेश के वरिष्ठ एवं समर्थ पदाधिकारियों से आर्थिक सहयोग का अनुरोध किया।

अध्यक्षीय भाषण में डॉ. भरत शेणकर ने बैठक में आश्वस्त किया कि शिक्षक संचेतना की गरिमा के अनुरूप समारोह होगा। महाराष्ट्र प्रदेश के नव मनोनीत कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. आनन्द शर्मा को बधाई दी।बैठक में निशा झारिया, डॉ. हंसा शुक्ला, लता जोशी, डॉ. शिवा लोहारिया, पुर्णिमा कौशिक, डॉ. मंजु साहु, सीमा निगम, उपस्थित थे। संचालन प्रदेश महासचिव रोहिणी डावरे ने किया एवं आभार डॉ. सुरेखा मंत्री ने माना।

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