तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : विद्यासागर टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, मेदिनीपुर की पहल के तहत और घाटाल कॉलेज ऑफ एजुकेशन के सहयोग से, विद्यासागर टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी शुरू हुई।
विद्यासागर की प्रतिमा पर माल्यदान एवं जुटे विद्वानों की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर परिचर्चा की विधिवत शुरुआत की गयी।
ई ऑफ़लाइन और ऑनलाइन ‘हाइब्रिड मोड’ में आयोजित, ‘शिक्षा, शिक्षण, प्रौद्योगिकी में नए रुझान’ शीर्षक वाले इस चर्चा चक्र में देश और विदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के प्रसिद्ध शिक्षकों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया।
विद्यासागर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. मनोरंजन भौमिक ने चर्चा चक्र की शुरुआत में सभी का स्वागत किया।
बाबा साहेब अंबेडकर शिक्षा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. डॉ. सोमा बंद्योपाध्याय ने विशेष कारणों से चर्चा चक्र में शामिल नहीं हो पाने के बावजूद शुभकामना संदेश भेजकर इस सेमिनार की सफलता की कामना की।
इस परिचर्चा में बांग्लादेश के ढाका विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. साबेर अहमद चौधरी मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद थे।
वक्ताओं में से एक कल्याणी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. पार्थ सारथी मल्लिक और गंगाधर मेहर विश्वविद्यालय, संबलपुर, ओडिशा के प्रोफेसर जयंत कुमार मेटे भी उपस्थित थे।
परिचर्चा बैठक के दूसरे दिन शनिवार को बाबा साहेब अंबेडकर शिक्षा विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार प्रोफेसर मैत्रेयी भट्टाचार्य इस परिचर्चा बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी।
झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय वक्ता के रूप में प्रोफेसर डॉ.तपन कुमार वसंतिया और बाबा साहेब अम्बेडकर शिक्षा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. विश्वजीत बाला भी उपस्थित रहेंगे।
इस दो दिवसीय सेमिनार में देश-विदेश से 183 शोधार्थी ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में अपने आलेख प्रस्तुत कर रहे हैं।
इस चर्चा चक्र की संयोजक वीटीटी कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. जयश्री रॉय ने चर्चा बैठक के पहले दिन के सफल समापन के लिए सभी संबंधितों को धन्यवाद दिया।
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