तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : मेदिनीपुर समन्वय संस्था की मेदिनीपुर टाउन क्षेत्रीय इकाई की पहल पर मेदिनीपुर शहर के केडी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड जनरल स्टडीज के सभागार में विजया सम्मिलनी और अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यासागर, मातंगिनी, खुदीराम और देशप्राण के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गयी। उद्घाटन संगीत शहर की मशहूर गायिका झुमझुमी चक्रवर्ती ने पेश किया।
इकाई सचिव मृत्युंजय खाटुआ ने स्वागत भाषण दिया और कुछ नामों के साथ कुछ उप-समितियों के गठन का प्रस्ताव रखा और वर्ष 2024 के लिए नगर क्षेत्रीय इकाई के वार्षिक कार्यक्रम की घोषणा की। प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. हृषिकेश डे ने विजया समारोह के पौराणिक इतिहास पर प्रकाश डाला।विजया समारोह के महत्व को मेदिनीपुर शहर के प्रसिद्ध सर्जन डॉ. गोलक बिहारी माझी और मेदिनीपुर कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. गोपाल चंद्र बेरा ने समझाया।
पूर्व प्रोफेसर अजीत कुमार बेरा, कवि चितरंजन दास, वृंथिका जाना और अन्य ने आवृत्ति पाठ किया। झुमझुमी चक्रवर्ती, दीपेश डे, महुआ बनर्जी और अन्य ने संगीत प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर मेदिनीपुर समन्वयक संस्था की केंद्रीय समिति ने मेदिनीपुर विश्वविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर मुकुल रंजन रॉय को “विद्या सागर शिक्षक सम्मान” से सम्मानित किया।
इस दिन के कार्यक्रम में मुकुल ने रंजन बाबू की एक लंबी कविता का पाठ किया। इसके अलावा, “विद्यासागर शिक्षक पुरस्कार” के दो अन्य प्राप्तकर्ताओं प्रोफेसर जगबंधु अधिकारी और शिक्षाविद् मदन मोहन बेरा को शॉल और माला पहनाकर सम्मानित किया गया। प्रो. मोंटूराम जाना, चितरंजन गराई, परिमल महतो, डॉ. प्रसून कुमार पाडिया, गोविंद चंद्र खान, शिशिर त्रिपाठी, भरत रॉय और अन्य सदस्यों ने पुरस्कार प्रदान किया।
इस अवसर पर मदन मोहन बेरा द्वारा लिखित “बेलासेशे” पुस्तक का प्रकाशन किया गया। इस समारोह की अध्यक्षता इकाई अध्यक्ष माणिक चंद्र घाटा ने की तथा धन्यवाद ज्ञापन इकाई कार्यकारी अध्यक्ष डॉ मिलन कुमार सरकार ने किया. संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन इकाई कोषाध्यक्ष डॉ. अरूप कुमार दास ने किया।