तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। आज के दौर में यांत्रिक जीवन में मानवीय सहनशक्ति और धैर्य का काफी अभाव है। इसके कारण लापरवाही से वाहन चलाने, वाहनों में रफ्तार की होड़, सिग्नल तोड़ने, लाइन छोड़ने आदि के कारण दुर्घटनाएं, जनहानि और वाहनों की क्षति होती है। लाख कोशिशों के बाद भी लोगों को होश नहीं आ रहे हैं। इसलिए छात्र लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस प्रशासन के साथ सड़क पर उतरे। मेदिनीपुर स्थित राजा नरेंद्रलाल खां महिला महाविद्यालय (स्वायत्त) की राष्ट्रीय सेवा परियोजना की सैकड़ों छात्राओं ने रास्ते में लोगों को जागरुकता का पाठ पढ़ाया। वे कॉलेज से रांगामाटी फ्लाइ ओवर तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नारे ‘सेफ ड्राइव सेव लाइफ’ के बैनर लिए हुए थे।
राहगीरों को सड़क पर रोक कर खासकर ऑटो, ट्रक व वाहन चालकों को रोककर जागरूकता का संदेश दिया। छात्रों ने चालकों को शराब पीकर वाहन चलाने से बचने के लिए हेलमेट व सीट बेल्ट लगाने की जरूरत समझाई। इस जागरूकता कार्यक्रम में छात्राओं के साथ कॉलेज प्रिंसिपल जयश्री लाहा, डीएसपी ट्रैफिक पुलिस पश्चिम मेदिनीपुर असीम कुमार पांजा, ट्रैफिक ओसी तापस कुमार पाल, गुड़गुड़ीपाल थाने के पवन कौर, कॉलेज टीचर्स, शिक्षाकर्मी भी मौजूद रहे। कॉलेज की प्रिंसिपल जयश्री लाहा ने कहा, “अगर आप थोड़े से धैर्य के साथ सड़क के नियमों का पालन करते हैं, तो दुर्घटनाओं से बच सकते हैं।
ड्राइवरों को यह समझना चाहिए कि नियमों का पालन करना ही जीवन को बचा सकता है।” ट्रैफिक ओसी तापस कुमार पाल ने कहा, “युवाओं में दुर्घटनाओं की घटनाएं बढ़ रही हैं। सामने वाले से आगे निकलने की होड़ तथा बहादुरी दिखाने की प्रवृत्ति घातक रूप ले रही है। यह सब वाहन दुर्घटना का कारण बनते हैं। शराब पीकर गाड़ी चलाना तो और भी खतरनाक है। खासकर बिना हेलमेट के मोटर साइकिल सवार दुर्घटना में जान गंवा रहे हैं या हादसों में हाथ-पैर तुड़वा रहे हैं। लापरवाह मोटरसाइकिल सवार सड़क पर तेज गति से अपने और दूसरों के लिए खतरा पैदा कर रहा है।