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कोलकाता। राजधानी कोलकाता समेत राज्यभर में फैले डेंगू संक्रमण को लेकर अजीबोगरीब बयान देने वाले ममता कैबिनेट के सबसे खास अल्पसंख्यक मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के खिलाफ अब राज्यपाल ने जरूरी पत्र लिखा है। राज्य सरकार को लिखे अपने पत्र में राज्यपाल ने इस बात के संकेत दिए हैं कि मेयर और मंत्री, दो पदों पर रहकर हकीम वित्तीय लाभ ले रहे हैं। राज्यपाल ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्य के लोगों की सुविधाओं के लिए राज भवन में पीस रूम की शुरुआत की गई है।
इसमें लोग फोन करके अपनी शिकायतें दर्ज कराते हैं। सबसे अधिक शिकायतें फिरहाद हकीम के खिलाफ दर्ज कराई गई हैं। लोगों ने बताया है कि अपनी समस्याओं को लेकर जब फिरहाद हकीम को ढूंढने के लिए वे नगर निगम में फोन करते हैं तो उनसे कहा जाता है कि हकीम फिलहाल राज्य सचिवालय में अपने मंत्रालय में हैं और उसी समय जब मंत्रालय में वही आदमी फोन करता है तो वहां से कहा जाता है कि वह वहां नहीं है बल्कि कोलकाता नगर निगम के मेयर हैं।
इसलिए नगर निगम में हैं। इस तरह से कई लोगों को परेशानी हुई है। कोलकाता में नगर निकाय की सेवाओं को लेकर लोग लगातार नगर निगम में फोन करते हैं लेकिन मेयर से बात नहीं होती और सचिवालय में भी वह उपस्थित नहीं रहते। पत्र में राज्यपाल ने आगे लिखा है कि कई लोगों ने फिरहाद हकीम को गुमशुदा बता कर पोस्टर लगाने की बात कही है।