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मणिपुर महिला नग्न परेड मामला ; राज्यपाल पीड़िताओं से मिलीं

इंफाल। मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दो युवा आदिवासी महिलाओं से मुलाकात की, जिन्हें 4 मई को भीड़ ने नग्न घुमाया था। उन्‍होंने पीडि़ताओं के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का चेक सौंपा। राज्यपाल ने कहा कि इस घटना से पूरा देश शर्मिंदा है और उन्हें (पीड़ितों) आवश्यक वित्तीय और नैतिक समर्थन दिया जाएगा। राज्यपाल ने चुराचांदपुर में राहत केंद्रों के अपने दूसरे दौरे में सभी से राज्य में शांति, सामान्य स्थिति और सद्भाव की बहाली के लिए मिलकर काम करने का आग्रह किया।

राज्यपाल ने उन कमरों में जाकर राहत केंद्रों का निरीक्षण किया, जहां प्रभावित लोग रह रहे हैं। उन्‍होंने विस्थापित व्यक्तियों से बातचीत की और राहत सामग्री (स्वच्छता किट, कुछ नकद राशि के साथ बच्चों को खाने की चीजें) वितरित कीं। राज्यपाल ने मणिपुर के युवाओं से कानून अपने हाथ में न लेने और गैरकानूनी गतिविधियों से दूर रहने की अपील की।

राहत शिविरों में शरण लिए हुए विस्थापित लोगों से बातचीत करते हुए अनुसुइया ने कहा कि वह प्रभावित लोगों को सांत्वना देने, सहानुभूति देने और उन्हें अपना समर्थन देने के लिए शिविरों का दौरा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों को मुआवजा देगी, साथ ही शांति की बहाली और लोगों का भविष्य संवारने का हर संभव प्रयास करेगी।

राज्यपाल ने तुईबोंग में पूर्व सैनिकों के परिवारों और नागरिक समाज संगठन के नेताओं से भी बातचीत की और उनकी शिकायतें सुनीं। कुकी इंपी, आईटीएलएफ, कुकी महिला संगठन मानवाधिकार ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। राज्य सैनिक बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में राज्यपाल ने सात पूर्व सैनिकों के परिवारों को कुछ राहत सामग्री (कंबल, जंबो बॉक्स आदि) के साथ 15,000 रुपये नकद भी दिए।

उन्होंने जिले की रेडक्रॉस सोसायटी को राहत सामग्री भी सौंपी। सड़कों पर नाकेबंदी के कारण चिकित्सा सहित बुनियादी सुविधाओं का प्रवाह बाधित हो गया है। वह कुछ चिकित्सा आपूर्ति और मच्छरदानी, तिरपाल, स्वच्छता किट आदि सहित अन्य राहत सामग्री लेकर आई थी।

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