मुंबई : ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के कप्तान आरोन फिंच का कहना है कि भारत जैसे क्रिकेट के दीवाने देश में लोगों की अपेक्षाओं का बोझ काफी है लेकिन विराट कोहली ने बतौर कप्तान शानदार प्रदर्शन किया है। हर खिलाड़ी का एक खराब दौर आता है लेकिन कोहली, स्मिथ, पोंटिंग और तेंदुलकर ऐसे खिलाड़ी थे, जिनका फार्म कभी भी लगातार दो श्रृंखलाओं में खराब नहीं रहा।
भारत के लिये खेलने का दबाव अलग है और कप्तानी का अलग और जिस तरह से कोहली लंबे समय से दोनों काम कर रहे हैं, वह लाजवाब है। महेंद्र सिंह धोनी से कप्तानी लेने के बाद अपेक्षायें काफी थी और वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करता रहा। यह काफी प्रभावशाली है। सबसे प्रभावी बात तो तीनों प्रारूपों में उसका लगातार अच्छा खेलना है।
वनडे क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज होना और फिर टेस्ट और टी-20 में उस कामयाबी को दोहराना, काबिले तारीफ है। आईसीसी ने गेंद को चमकाने के लिये लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है और फिंच ने कहा कि खिलाड़ियों को इसकी आदत हो जायेगी। मैने इंग्लैंड या वेस्टइंडीज टीमों से बात नहीं की है लेकिन मुझे लगता है कि अगले कुछ महीने में खिलाड़ी इसके आदी हो जायेंगे। गेंद को चमकाने के दूसरे तरीके तलाशे जायेंगे।