इंडिया की धाक छाई – दुनियां कदमों में आई

पीएम का सम्मान – दंडवत हो चरण छूकर प्रणाम
भारत-अमेरिका संबंधों की घनिष्ठता बुलंदियों पर पहुंची
भारत-अमेरिका के बीच मज़बूती से प्रगाढ़य होते संबंधों से दुनिया में शांति और समृद्धि पर विश्वास बढ़ा – एडवोकेट किशन भावनानी

किशन सनमुख़दास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर महाशक्ति के रूप में स्थापित विकसित देश और एक उभरती हुई वैश्विक महाशक्ति जो वैश्विक ताज पहनने के कुछ कदमों की दूरी पर है, जब दोनों देशों में आपसी खींचातान, प्रतियोगिता, तनातनी के स्थान पर दोस्ती, सद्भाव, भाईचारा, प्रेम की रणनीति काम करें और बिना प्रोटोकोल से दोनों समकक्ष पदाधिकारी नेता आपस में मित्रता कायम रखें और आपका नाम हमारे देश में बहुत फेमस है, मुझे आपका ऑटोग्राफ लेना चाहिए, जी7 बैठक शुरू होने के पहले ही मिलने के लिए आतुर दिखाई दें और उनके पास पहुंच कर उन्हें अपने गले लगा लें। स्वाभाविक ही है कि हर भारतीय को गौरवविंत होने का आभास होगा, सीना 56 इंची चौड़ा दिखाई देगा और कॉलर टाइट हुई महसूस करेंगे। चूंकि क्वॉड, जी-7 शिखर सम्मेलन में एक महाशक्ति और एक उभरती हुई महाशक्ति के समकक्ष पद नेताओं के बीच मज़बूती से प्रगाढ़य होते संबंधों के बुलंदियों पर पहुंचने का आयाम महसूस हो रहा है, इसीलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस लेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, इंडिया की धाक छाई, दुनियां कदमों में आई- पीएम का सम्मान चरण छू कर प्रणाम।

साथियों बात अगर हम पीएम के जी-7 सम्मेलन की भारत के लिए कुछ गर्व की बात की करें तो, जापान के शहर हिरोशिमा में जी7 नेताओं की बैठक समाप्त हुई। भारतीय पीएम भी इस बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे। जी-7 समिट में हमारे पीएम की लोकप्रियता का अद्भुत नजारा देखने को मिला है। बैठक के शुरू होने से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति पीएम से मिलने को लेकर आतुर दिखाई पड़े। अमेरिकी राष्ट्रपति को पीएम के पास पहुंचकर उन्हें अपने गले लगा लिया। हिरोशिमा में जी7 देशों की बैठक से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति खुद चलकर पीएम के पास पहुंचे। अमेरिका के राष्ट्रपति मुलाकात के लिए काफी उत्साहित दिखाई दिए। उनको अपनी तरफ आते देख पीएम भी अपनी सीट से उठकर खड़े हो गए। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम को अपने गले लगे लिया। काफी गर्मजोशी के साथ दोनों नेता एक दूसरे के गले लगे और कुछ बातचीत की।

माना जा रहा है कि दोनों की इस मुलाकात से भारत और अमेरिका के जो संबंध हैं, उन्हें एक नई दिशा मिलेगी। पीएम अपने जापानी समकक्ष के निमंत्रण के बाद जी-7 शिखर सम्मेलन के तीन सत्रों में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को हिरोशिमा पहुंचे थे। जी-7 देशों में जापान, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, इटली और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज आने वाला साल बेहद महत्वपूर्ण होगा। अमेरिका, भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए लगातार कोशिश में है और इस कवायद के तहत अमेरिका की ओर से ये बयान आया है। अमेरिका का कहना है कि 2024 भारत अमेरिका संबंधों के लिए एक बड़ा साल होगा। ये बयान दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री की तरफ से आया है। उन्होंने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में ये बातें कही है।

साथियों उल्लेखनीय है कि, असल में जी7 के साथ-साथ शनिवार को क्वाड की अहम मीटिंग भी हुई थी। उस मीटिंग के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति और पीएम का अलग ही अंदाज देखने को मिला। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम को बताया कि वे अमेरिका में काफी लोकप्रिय हैं। अगले महीने उनके स्वागत में जो डिनर का आयोजन किया गया है, उसके सारे टिकट पहले ही बिक चुके हैं। हर कोई आना चाहता है, एक्टर से लेकर रिश्तेदार तक।

साथियों बात अगर हम महाशक्ति को हमारे पीएम के ऑटोग्राफ की जरूरत वाले अंदाज की करें तो, पीएम ने जी7 सम्मेलन में कई बड़े नेताओं से मुलाकात की है। उस मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ पीएम की एक बार फिर अलग ही बॉन्डिंग देखने को मिली। आलम ये रहा कि उनको कहना पड़ गया कि उन्हें पीएम का ऑटोग्राफ चाहिए।असल में जी7 के साथ-साथ शनिवार को क्वाड की अहम मीटिंग भी हुई थी।

साथियों बात अगर हम पीएम का सम्मान, चरण छू कर प्रणाम की करें तो, पीएम तीन देशों के अपने दौरे के दूसरे चरण में रविवार (21 मई) को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे जहां एयरपोर्ट पर प्रोटोकॉल का नियम तोड़कर पहुंचे वहां के पीएम ने हमारे प्रधानमंत्री के सम्मान में उन्हें दंडवत कर, चरण छूकर प्रणाम किया जो अपने आप में बहुत बड़ी बात है ऐसा टीवी चैनलों पर क्लियर दिखाई दिया। पीएम जापान से यहां पहुंचे, जहां उन्होंने जी-7 के शिखर सम्मेलन में भाग लिया और दुनियां के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं, इससे पहले पीएम ने रविवार को जापान के हिरोशिमा शहर में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन के सत्र में कहा था कि वह यूक्रेनमें मौजूदा हालात को राजनीति या अर्थव्यवस्था का नहीं, बल्कि मानवता एवं मानवीय मूल्यों का मुद्दा मानते हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कानून, सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान के लिए सभी देशों का आह्वान किया। पीएम ने साथ ही यथास्थिति बदलने के एकतरफा प्रयासों के खिलाफ एक साथ मिलकर आवाज उठाने की पुरजोर वकालत की और कहा कि सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और एक-दूसरे की संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

साथियों बात अगर हम 9-10 सितंबर 2023 के जी20 के सालाना शिखर सम्मेलन नई दिल्ली की करें तो, द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊंचाई दिखेगी।भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के लिए जो आधार 2023 में तैयार होगा, उसी के बल पर 2024 में द्विपक्षीय संबंधों में एक नई ऊंचाई दिखेगी। दरअसल जो अमेरिकी राष्ट्रपति के जनवरी 2021 में अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद इस साल एक ऐसी घटना होने वाली है, जिससे भारत-अमेरिकी रिश्तों में और प्रगाढ़ता आएगी। जो बाइडेन के राष्ट्रपति बने दो साल से ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन अभी तक वे भारत की यात्रा पर नहीं आए हैं। इस साल बतौर राष्ट्रपति पहली भारत यात्रा पर आने वाले हैं। भारत की अध्यक्षता में जी20 का सालाना शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होगा। इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति भारत आएंगे और ये राष्ट्रपति के तौर पर उनका नई दिल्ली का पहला राजकीय दौरा भी होगा। इस संदर्भ में ही अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक विदेश मंत्री का बयान और भी ज्यादा प्रासंगिक हो जाता है।

अतः अगर हम उपरोक्त प्रकरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि इंडिया की धाक छाई – दुनियां कदमों में आई। पीएम का सम्मान – दंडवत हो चरण छू कर प्रणाम। भारत-अमेरिका संबंधों की घनिष्ठता बुलंदियों पर पहुंची।भारत-अमेरिका के बीच मज़बूती से प्रगाढ़य होते संबंधों से दुनिया में शांति और समृद्धि पर विश्वास बढ़ा है।

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