शनि का महत्वपूर्ण परिवर्तन : कुंभ राशि में अस्त

वाराणसी। शनि कुंभ राशि में अस्त 11 फरवरी, 2024 को : वैदिक ज्योतिष में शनि को व्यक्ति के कर्म से संबंधित ग्रह माना गया है। माना जाता है कि यह व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार ही परिणाम देता है। इसीलिए शनि का एक नाम कर्मफल दाता ग्रह भी है। अब यही कर्म फल दाता ग्रह शनि कुंभ राशि में अस्त हो गया है। शनि का यह महत्वपूर्ण परिवर्तन 11 फरवरी 2024 को 1:55 पर हो गया है।

ज्योतिष में शनि ग्रह : बात करें ज्योतिष में शनि ग्रह की तो, शनि व्यक्ति के जीवन में अनुशासन में रहना और न्याय का सम्मान करना सिखाते हैं। जैसे कोई शिक्षक व्यक्ति के जीवन में हमारी ऊर्जा को सही दिशा में ले जाकर हमें गलती करने से रोकते हैं पहले प्यार से और फिर दंड देकर हमें सुधारते हैं इस तरह शनि भी व्यक्ति को जीवन में अनुशासन बनाने में मददगार साबित होते हैं। यह हमें सिखाते भी हैं और गलती करने पर दंड भी देते हैं।

माना जाता है कि जिस भी जातक को शनिदेव का आशीर्वाद मिल जाता है वह व्यक्ति मर्यादा में रहकर काम करना बेहद ही आसानी से सीख जाता है। शनि की कुंभ राशि में इस अहम परिवर्तन से यह स्पष्ट होगा कि जब शनि कोई कठिन निर्णय लेते हैं तो उसका परिणाम क्या हो सकता है और जिन जातकों को जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा उन पर शनि की कितनी कृपा होगी। शनि की स्थिति जातकों के करियर में स्थिरता भी ला सकती है। शनि कुंभ राशि में अस्त होने के परिणाम स्वरुप व्यक्ति को अपने लक्ष्यों के बारे में पता चलेगा तभी व्यक्ति उसे अपनी शक्ति के अनुसार अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर पाएंगे। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं कि कुंभ राशि में शनि के अस्त होने का व्यक्ति के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि व्यवसाय, नौकरी, विवाह, आदि पर किस तरह के प्रभाव पड़ने वाले हैं। साथ ही जानेंगे प्रेम, संतान, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में शनि कुंभ राशि में अस्त होकर किस तरह के परिणाम देंगे।

जानकारी के लिए बता दें कि इस साल शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में ही रहने वाले हैं जिससे वह अधिक शक्तिशाली और प्राकृतिक राशि से भी परिपक्व माना जा रहा है। कुंभ राशि राशिचक्र की ग्यारहवीं राशि है और इस प्रकार यह वह राशि है जहां इच्छापूर्ति संभव हो सकती है। हालांकि इसमें कुछ देरी अवश्य देखने को मिल सकती है। आपकी इच्छा पूरी अवश्य होगी और लाभ धीरे ही सही लेकिन मिलेंगे जरूर।
आइए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं कुंभ राशि में शनि के अस्त का सभी 12 राशियों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है।

मेष राशि : मेष राशि के जातकों के लिए शनि दसवें और ग्यारहवें घर का स्वामी है और आपके ग्यारहवें घर में ही अस्त होने जा रहा है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको धन प्राप्त करने में कुछ रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपके जीवन से संतुष्टि कहीं गायब रहने वाली है। जीवन में हर एक चरण के लिए आपको योजना बनाना बेहद ही आवश्यक रहेगा और फिर परिणाम और सहजता देखना भी इतना आसान नहीं रहेगा। हालांकि कुछ देरी के बाद आपको सफलता अवश्य मिलेगी।

करियर के मोर्चे पर बात करें तो यहां आपको लाभ मिल सकता है। हालांकि आपको ज्यादा संतुष्टि तो नहीं मिल पाएगी। इस प्रकार आपको काम के संबंध में कुछ देरी का सामना करना पड़ सकता है और परिणाम स्वरुप आप उपयुक्त प्रमुख पद लेने की स्थिति में नजर नहीं आएंगे। आपकी नौकरी के संबंध में फैसला रुक सकते हैं और आप अटका हुआ महसूस कर सकते हैं।

इसके अलावा अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको मध्यम लाभ मिलने की संभावना है। इसके अलावा इस दौरान आपको अपने प्रतिस्पर्धियों से कड़ी टक्कर भी मिलेगी। ऐसे में व्यवसाय के संदर्भ में इस दौरान आपको मिश्रित परिणाम मिलने वाले हैं। मुमकिन है कि आपको उतनी संतुष्टि ना मिल पाए। इसके अलावा आप जो भी मुनाफा कमाएंगे उसके बावजूद आपको ऐसा लग सकता है कि यह मुनाफा आपकी इच्छाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।

रिश्ते के संदर्भ में बात करें तो शनि का अस्त होना आपके अपने जीवनसाथी के साथ रिश्तों को सहज बनाएगा। आप दोनों के रिश्ते में संतुष्टि प्राप्त होगी। साथ ही इस दौरान आपको अहंकार से संबंधित कुछ परेशानियां भी अपने रिश्ते में देखने को मिल सकती हैं। जिसके चलते आप दोनों के बीच बहस होने की आशंका है जिससे आपको बचने की सलाह दी जाती है। इसके बजाय आप अपने जीवनसाथी के साथ मित्रता पूर्ण रवैया अपनाएंगे ताकि आप खुशी अपने जीवन में महसूस कर पाएँ।

स्वास्थ्य के मोर्चे पर बात करें तो आपको इस दौरान कोई बड़ी स्वास्थ्य संबंधित परेशानी नहीं होने वाली है। हालांकि तनाव के चलते आपके पैरों में दर्द होने की आशंका अवश्य है। साथ ही कुछ घबराहट और मानसिक चिंता भी इस समय आपके जीवन में हो सकती है। इसके साथ ही असुरक्षा की भावना भी आपके जीवन में बनी रहेगी लेकिन आपके यहां आश्वस्त होने की आवश्यकता है कि आपके जीवन में कुछ बहुत बड़ा गलत नहीं होने वाला है।
उपाय: रोजाना 44 बार ‘ॐ मांडाय नमः’ मंत्र का जाप करें।

वृषभ राशि : वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि नवम और दशम भाव का स्वामी है और आपके दसवें घर में ही अस्त होने जा रहा है। शनि कुंभ राशि में अस्त के परिणाम स्वरुप आपको अपनी नौकरी में उतार-चढ़ाव देखना पड़ सकता है। बेहतर संभावनाओं के लिए आप नई नौकरी का विकल्प चुनने के लिए मजबूर हो सकते हैं। हालांकि इस नए विकल्प से आपको बेहतर संतुष्टि अवश्य प्राप्त होगी। आपको अपनी नौकरी के संबंध में कुछ समायोजन करने की भी आवश्यकता पड़ सकती है क्योंकि ऐसा करना आपके हित में साबित होगा।

पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो आप बढ़ती गति से उच्च लाभ प्राप्त करने में कामयाब नहीं रहने वाले हैं और इसके चलते आप अपने करियर के संबंध में परेशान नजर आ सकते हैं। इस दौरान आप जो भी कड़ी मेहनत करेंगे उसके लिए आपको उचित मान्यता नहीं प्राप्त होगी जो आपके लिए चिंता की वजह बनेगी। आपके सहकर्मी आपका विरोध कर सकते हैं और यह आपको परेशानी में डालने वाला समय साबित होने वाला है।

अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपके व्यवसाय के संबंध में आपकी संभावनाओं और भविष्य पर आपके साझेदारी और सहयोगी सवाल उठाते नजर आ सकते हैं। इसके अलावा आपको अपने प्रतिस्पर्धियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है और यह भी आपके लिए चिंता की वजह बनेगा। अच्छा मुनाफा पाने के लिए आपको अपने व्यवसाय के संबंध में रणनीतियों में बदलाव करने की आवश्यकता पड़ेगी। इस महीने आप ज्यादा लाभ न कमा पाने की स्थिति में नजर आएंगे।

रिश्ते के संदर्भ में बात करें तो आपको अपने जीवनसाथी के साथ कुछ अहम संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि साथ ही आप अपने जीवनसाथी के साथ अच्छे रिश्ते बनाने की स्थिति में भी नजर आएंगे लेकिन कभी-कभी जीवन साथी के साथ किन्हीं मुद्दों को लेकर वाद विवाद होने की भी आशंका है।

स्वास्थ्य के संदर्भ में बात करें तो आप जीवन में प्रसन्नता बनाए रखने में कामयाब होंगे और इसके चलते आपके जीवन में उत्साह देखने को मिलेगा। मुमकिन है कि आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या ना हो लेकिन साथ ही आपके पैरों में दर्द बना रहने वाला है जो आपके लिए तनाव की वजह बन सकता है।
उपाय : शनिवार के दिन ज़रूरतमन्द व्यक्तियों को कपड़ों का दान करें।

मिथुन राशि : मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि आठवें और नवम भाव का स्वामी है और आपके नवम भाव में ही अस्त होने जा रहा है। शनि कुंभ राशि में अस्त के परिणाम स्वरुप आपको भाग्य, लंबी दूरी की यात्रा, विदेशी स्रोत से लाभ, आदि के संबंध में बेहतर अवसर प्राप्त हो सकते हैं। आध्यात्मिक मामलों के संबंध में आपकी रुचि बढ़ने वाली है और उसके साथ ही आपके जीवन में बहुत सारी सफलताएं भी आने वाली हैं।

पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो आपको अपने काम के संबंध में अच्छा रिटर्न और विकास प्राप्त होने वाला है। इस दौरान आपको अपने वरिष्ठों से सराहना और काम के प्रति मान्यता प्राप्त होगी। आपको नए ऑनसाइट नौकरी के अवसर भी मिल सकते हैं जिनसे आपको संतुष्टि मिलेगी। साथ ही इस दौरान आपका आत्मविश्वास और ऊर्जा आपको नई शक्ति भी प्रदान करेगा। कुल मिलाकर देखें तो नौकरी के संबंध में आपका आत्मविश्वास इस दौरान बढ़ने वाला है।

अगर आप व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस दौरान आपको भारी मुनाफा मिलने की संभावना है और शनि अस्त के दौरान आप ज्यादा लाभ प्राप्त कर पाने में अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे रहेंगे और यह व्यवसाय चलाने में आपकी बढ़ती उपस्थिति और आत्मविश्वास के चलते मुमकिन हो पाएगा। इस दौरान आप अपने व्यवसाय को लेकर एक सफल उद्यमी के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब होंगे।

आर्थिक मोर्चे पर बात करें तो आप अधिक धन प्राप्त करने में कामयाब रहेंगे। आपकी योजना, काम के प्रति व्यवस्थित दृष्टिकोण आदि के चलते यह संभव हो पाएगा। आप बचत करने की स्थिति में भी नजर आने वाले हैं।

व्यक्तिगत मोर्चे पर बात करें तो इस दौरान आपको अपने जीवन साथी के साथ रिश्ते में अच्छी खुशी प्राप्त होने वाली है। इसके चलते जीवनसाथी के प्रति आपका रिश्ता और दृष्टिकोण अधिक परिपक्व और नरम बनेगा। आप जीवनसाथी के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाने की राह पर अग्रसर नजर आएंगे।

स्वास्थ्य के संदर्भ में बात करें तो आम तौर पर अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखना आपके लिए इस अवधि में आसान रहने वाला है। हालांकि छोटी-मोटी परेशानियां जैसे पैरों में दर्द आदि इस दौरान हो सकती है लेकिन कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या आपको परेशान नहीं करेगी।
उपाय : प्रतिदिन 21 बार ‘ॐ शनिश्चराय नमः’ मंत्र का जाप करें।

कर्क राशि : कर्क एक जलीय और चर राशि मानी गई है। कर्क राशि के जातकों के लिए शनि सप्तम और अष्टम भाव का स्वामी है और अष्टम भाव में ही अस्त होने वाला है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आप अप्रत्याशित स्रोतों से या फिर विरासत के माध्यम से धन प्राप्त करने में कामयाब रहेंगे। इसके अलावा आप धन संचित करने में भी सफल रहने वाले हैं। इस दौरान आपको अचानक से धन लाभ हो सकता है।

पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो आपको नौकरी में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है और नौकरी में ऐसा बदलाव आपको आत्मविश्वास और स्थिरता दिलाएगा। इस दौरान आपको अपने काम में सफलता मिलने की उच्च संभावना बन रही है। इसके अलावा इस राशि के जातकों को इस अवधि में पदोन्नति प्रोत्साहन भी प्राप्त हो सकता है।

अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको अप्रत्याशित लाभ मिलने की उच्च संभावना है और यह आपके लिए सकारात्मक साबित होगा और इससे आप अच्छा मुनाफा कमाएंगे। अगर आप शेयर से संबंधित व्यवसाय कर रहे हैं तो यह समय आपके लिए बेहद ही शानदार साबित होगा और इसके चलते आपको लाभदायक रिटर्न और व्यापार उद्योग में अच्छा स्थान प्राप्त होने वाला है।

रिश्ते के मोर्चे पर देखें तो आप जीवनसाथी के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाए रखने में कामयाब होंगे और साथ ही आप खुशहाल और प्रभावी रिश्ते बन पानी में भी सफल रहने वाले हैं। कुल मिलाकर आप अपने जीवन साथी के साथ अच्छी परिपक्वता रखते हुए खुशनुमा माहौल बनाए रखेंगे।

स्वास्थ्य के मोर्चे पर बात करें तो इस दौरान छोटी-मोटी परेशानियाँ जैसे पैरों में दर्द या गैस की समस्या के अलावा कुछ भी बड़ा या गंभीर नहीं होने वाला है। बाकी आप खुलकर अच्छे स्वास्थ्य का लाभ उठाएंगे। अगर आप ध्यान आदि करते हैं तो आपको स्वास्थ्य के संदर्भ में और भी अनुकूल परिणाम प्राप्त होने की संभावना बढ़ने वाली है।
उपाय : सोमवार के दिन व्रत महिलाओं को भोजन अवश्य कराएं।

सिंह राशि : सिंह एक उग्र और स्थिर राशि चिन्ह है। सिंह राशि के जातकों के लिए शनि छठे और सातवें घर का स्वामी माना गया है और यह आपके सातवें ही घर में अस्त हो रहा है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आप इस दौरान ज्यादा मित्र और सहयोगी बनाते नजर आएंगे। आप अपने व्यवसाय के संबंध में सकारात्मक तरीके से पूंजी निवेश करने और अच्छा लाभ प्राप्त करने में कामयाब रहेंगे। मुमकिन है कि आप इस दौरान सीधा स्पष्ट दृष्टिकोण रखते नजर आएंगे। इस दौरान आपको लंबी दूरी की यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है और ऐसी यात्राएं आपके लिए फायदेमंद साबित होगी।

करियर के लिहाज से पर बात करें तो अगर आप कार्य क्षेत्र से संबंधित है अर्थात नौकरी पेशा हैं तो आप जो कुछ भी काम कर रहे हैं उसमें आपको संतुष्टि प्राप्त होगी। इस दौरान आप नौकरी के सिलसिले में किसी लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ आपको अपने सहकर्मियों से कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है जिससे आप परेशान नजर आएंगे और आपके प्रदर्शन में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है।

अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको अपने व्यवसाय की दिशा बदलने और कुछ बुद्धिमान नीतियों पर टिके रहने की जरूरत पड़ेगी जो आपके व्यवसाय को अनुकूल परिणाम देगा। अन्यथा आप अधिक लाभ प्राप्त करने की स्थिति में नहीं नजर आएंगे। आपके लिए नेटवर्किंग व्यवसाय अनुकूल साबित होगा।

रिश्ते के मोर्चे पर बात करें तो आप जीवनसाथी के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाए रखने की स्थिति में नजर आने वाले हैं और यह अच्छी बॉन्डिंग के चलते मुमकिन होगा जिससे आप बनाए रखने में सक्षम रहेंगे।

इसके अलावा अच्छे उत्साह के चलते आपका स्वास्थ्य भी शानदार रहेगा। हालांकि छोटी-मोटी परेशानियां जैसे सिर दर्द आदि रह सकती है। इनके अलावा कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या आपको नहीं होने वाली है। आप अच्छी उर्जा बनाए रखने की मजबूत स्थिति में नजर आएंगे।
उपाय : प्रतिदिन 21 बार ‘ॐ हनुमते नमः’ मंत्र का जाप करें।

कन्या राशि : कन्या राशि के जातकों के लिए शनि पंचम भाव और षष्ठ भाव का स्वामी है और आपके छठे भाव में ही अस्त होने जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कन्या एक सामान्य और द्विस्वभाव राशि मानी जाती है। शनि कुंभ राशि में अस्त के परिणाम स्वरुप आपको अपने व्यवसाय में और आपके द्वारा किए जा रहे प्रयासों में सफलता प्राप्त करने में कुछ देरी का सामना करना पड़ सकता है। आप अपने बच्चों की प्रगति और पैसों की समस्या को लेकर चिंतित नजर आने वाले हैं। ज्यादा प्रतिबद्धताओं के चलते आप उधार लेने की स्थिति में भी फंस सकते हैं और इस तरह आपको अधिक कर्ज का सामना करना पड़ेगा। इस महीने आप आमतौर पर संतुष्टि नहीं प्राप्त कर पाएंगे।

करियर के मोर्चे पर बात करें तो अगर आप नौकरी पेशा हैं तो मुमकिन है कि इस दौरान काम के सिलसिले में सफलता प्राप्त करना आपके लिए उतना आसान नहीं रहने वाला है। इस दौरान आपके ऊपर नौकरी का दबाव ज्यादा रहेगा जिससे उबरने के लिए आपको कुछ रूकावटों का सामना करना पड़ेगा। आपको अपने सहकर्मियों से विरोध भी झेलना पड़ सकता है और यह आपको परेशान करेगा।

अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो मुमकिन है कि आप ज्यादा मुनाफा ना कमा पाएँ जिससे आपको इस महीने लाभ और हानि दोनों ही झेलनी पड़ेगी। इस दौरान साझेदारी में कुछ समस्याएं भी आ सकती है जिनका आपको सामना करना पड़ेगा। कुल मिलाकर आपको इस दौरान धैर्य बना कर रखने की आवश्यकता पड़ेगी।

रिश्ते के मोर्चे पर बात करें तो आप अपने प्रियजनों या अपने जीवन साथी के साथ मधुर रिश्ते बनाए रखने की स्थिति में नजर नहीं आएंगे। आपको अपने जीवनसाथी के साथ अहम की समस्या परेशान कर सकती है और इसके चलते आप अपने जीवनसाथी के साथ खुलकर अपनी बात रखने में कामयाब नहीं हो पाएंगे।

अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो इस दौरान आपको पैरों, घुटनों में दर्द की समस्या रहने वाली है। मुमकिन है कि आप तनाव के चलते इस स्थिति का सामना करने के लिए मजबूर नजर आयें।
उपाय : रोजाना विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करना आपके लिए उचित रहेगा।

तुला राशि : तुला एक वायु तत्व की स्त्री राशि मानी गई है। शनि आपके चतुर्थ और पंचम भाव का स्वामी है और अब पंचम भाव में ही अस्त होने जा रहा है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको अपने बच्चों के विकास को लेकर चिंता परेशान कर सकती है। साथ ही आप अपने भविष्य को लेकर भी चिंता ग्रस्त नजर आएंगे। इस दौरान अगर आप व्यापार और सट्टेबाजी के बारे में विचार करते हैं तो यहां आपको अच्छी सफलता मिल सकती है। हालांकि प्यार और स्नेह की कमी आपको महसूस होगी और आप इसे अपने रिश्तेदारों और प्रिय जनों को नहीं दर्शाएंगे।

करियर के मोर्चे पर बात करें तो अगर आप नौकरी पेशा हैं तो मुमकिन है कि आप संतुष्टि हासिल कर पाने की स्थिति में ना खुद को पाएँ। संतुष्टि की कमी के चलते आप अपनी नौकरी के संबंध में भविष्य की रणनीति तय नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही बेहतर संभावनाओं के लिए आप नौकरी बदलने का विचार भी कर सकते हैं।

इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित है मुमकिन है कि आप ज्यादा धन लाभ न कर पाएँ। साथ ही आपको हानि भी उठानी पड़े। अपने व्यवसाय में स्थिरता प्राप्त करने के लिए आपको ज्यादा सावधानी से कोई भी कदम उठाने की आवश्यकता पड़ेगी। अगर आप अपने व्यवसाय को सही ढंग से देख सुन के आगे बढ़ते हैं तभी आप व्यवसाय में प्रगति कर सकेंगे।

रिश्ते के मोर्चे पर बात करें तो आप अपने जीवन साथी या प्रियतम के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने की स्थिति में नजर नहीं आएंगे। मुमकिन है कि आपका जीवन साथी के साथ आपकी कोई अनबन चल रही हो और यह आप दोनों के बीच अहंकार की वजह से मुमकिन हो सकता है।

अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो इस दौरान आपके पैरों में दर्द और जोड़ों में अकड़न के अलावा कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या नहीं होने वाली है।
उपाय : शनिवार के दिन कौवों को खाना खिलाएं और शनि देव की पूजा करें।

वृश्चिक राशि : वृश्चिक एक जलीय राशि है और यह स्त्री राशि मानी गई है। शनि आपके तीसरे और चतुर्थ भाव का स्वामी है और चतुर्थ घर में ही अस्त होने जा रहा है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप इस दौरान आपके जीवन में आराम की कमी नजर आने वाली है। इसके अलावा इस दौरान आपके घर से संबंधित कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ेगा जो आपके लिए चिंता की वजह बनेगा। शनि अस्त के दौरान आपको अपनी माता के स्वास्थ्य पर भी मोटा पैसा खर्च करना पड़ सकता है।

करियर के मोर्चे पर बात करें तो अगर आप काम कर रहे हैं तो इस दौरान आप ज्यादा संतुष्ट प्राप्त करने की स्थिति में नहीं नजर आएंगे क्योंकि आप पर काम का दबाव ज़्यादा रहेगा जिससे आपकी चिंता बढ़ने वाली है। इस दौरान आपको अपने वरिष्ठों से सख्ती का सामना करना पड़ेगा।

इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उन्हें अधिक घाटा होने की आशंका नजर आ रही है। साथ ही आपके लिए लाभ कमाने की गुंजाइश आसानी से मुमकिन नहीं हो पाएगी। इसके लिए आपको अच्छा मुनाफा हासिल करने के लिए अपनी व्यावसायिक रणनीतियों को बदलने की सलाह दी जाती है।

रिश्ते की मोर्चे पर बात करें तो आप अपने जीवन साथी के साथ ज्यादा खुशियां बनाए रखने की स्थिति में नहीं नजर आएंगे क्योंकि मुमकिन है कि आपका साथी इस समय में आपसे उतना ईमानदार ना नजर आए जीतने की आप उनसे उम्मीद लगाए बैठे हैं। जीवनसाथी के साथ ईमानदारी की कमी के चलते आप उनके साथ जुड़ाव की कमी महसूस करने वाले हैं।

स्वास्थ्य के मोर्चे पर आप उच्च ऊर्जा बनाए रखने में कामयाब नहीं होंगे और इसके चलते आपको पीठ दर्द आदि की समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही आपको नींद से संबंधित परेशानियां भी उठानी पड़ेगी।
उपाय : रोजाना 17 बार ‘ॐ मांडाय नमः’ मंत्र का जाप करें।

धनु राशि : धनु एक अग्नि तत्व की पुरुष राशि मानी गई है। शनि आपके दूसरे और तीसरे घर का स्वामी है और यह तीसरे ही घर में अस्त होने जा रहा है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपके जीवन से आराम और दृढ़ संकल्प की कमी नजर आने वाली है। आप जो भी प्रयास करेंगे उसमें आपको देरी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपको यात्रा के दौरान कुछ रुकावटें भी मिलने वाली है। शनि अस्त के दौरान आपको संचार संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो यह समय आपके लिए परीक्षा का समय साबित होगा। आप काम के दबाव में बोझिल महसूस करेंगे। इस दौरान आपको अपने सहकर्मियों से बाधाओं और परेशानियों का भी सामना करना पड़ेगा जिसके चलते आपको अपनी नौकरी की योजना बनाने और उच्च प्रगति के लिए काम करने की आवश्यकता महसूस हो सकती है।

अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से संबंधित हैं तो इस दौरान आपके माध्यम लाभ होने की संभावना है। विशेष तौर पर अगर आप इसे अपने ग्रह स्थान पर कर रहे हैं तो। अगर आप विदेश में व्यापार कर रहे हैं या फिर विदेश में काम कर रहे हैं तो आप खूब अच्छा मुनाफा कमाने और सफलता के शिखर पर पहुंचने में कामयाब हो सकते हैं।

आर्थिक मोर्चे पर आपको इस दौरान ज्यादा प्रतिबद्धताओं के चलते लाभ और नुकसान दोनों ही स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। ज्यादा प्रतिबद्धताओं के चलते इस महीने आप ऋण का विकल्प भी चुन सकते हैं।

रिश्ते के मोर्चे पर बात करें तो आप अपने जीवन साथी के साथ खुशियां प्राप्त नहीं कर पाएंगे। समझ की कमी के चलते ऐसा होना मुमकिन है।

अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो इस दौरान आपके दांतों और पैरों में दर्द रहने वाला है। ऐसा आपके शरीर में मौजूद रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के चलते हो सकता है।
उपाय : प्रतिदिन 21 बार ‘ॐ गुरुवे नमः’ मंत्र का जाप करें।

मकर राशि : मकर एक चल और पृथ्वी तत्व की राशि है। शनि आपके पहले और दूसरे घर का स्वामी है और आपके दूसरे ही घर में अस्त होने जा रहा है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको अपने परिवार में धन संबंधित समस्याओं और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा इस दौरान आपके जीवन में असुरक्षा की भावना भी हावी होने वाली है।

पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो इस दौरान आपको अपनी नौकरी में बदलाव देखने को मिलेगा और ऐसा आपके काम से संतुष्टि की कमी के चलते होने की संभावना है। काम में संतुष्टि की कमी इस दौरान आपके काम को लेकर की गई गलती योजना की वजह से हो सकती है।

अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपके व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ेगा जो उचित योजना और व्यवसाय के प्रति आपके दृष्टिकोण की कमी के चलते हो सकती है। आप जो भी व्यवसाय कर रहे हैं उसमें आपको लाभ और हानि दोनों ही मिलने वाली है।

रिश्ते के मोर्चे पर बात करें तो आप अपने जीवन साथी के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते बनाए रखने की स्थिति में नहीं नजर आ रहे हैं क्योंकि आप दोनों के बीच वाद विवाद और बहस होने की भारी आशंका है जो गलत धारणाओं और समझ की कमी के चलते होने वाली है।

अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो इस दौरान आपके आंखों में जलन और दांत में दर्द हो सकता है। साथ ही आपको पेट से जुड़ी परेशानियां भी दिक्कत में डाल सकती हैं।
उपाय : शनिवार के दिन विकलांग लोगों को दही चावल खिलाएं।

कुंभ राशि : कुंभ एक स्थिर और वायु राशि है। शनि आपके पहले और 12वें घर का स्वामी है और यह आपके लग्न में ही अस्त होने वाला है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको अपने स्वास्थ्य के बारे में ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि इस दौरान आपको दाँत से संबंधित दर्द और आंखों के संक्रमण का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको इन दोनों के प्रति विशेष सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपको अपने करियर या फिर व्यवसाय के संबंध में चुनौतियां भी मिलने वाली हैं। इसके बारे में भी सतर्क रहें।

पेशेवर मोर्चे पर बात करें तो आपको अपनी नौकरी के पैटर्न में बदलाव और ज्यादा यात्राओं का सामना करना पड़ेगा। कम संतुष्टि के चलते आपको नौकरी बदलनी भी पड़ सकती है।

अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित हैं तो आपको साझेदारों के साथ साझेदारी में समस्याओं और मुनाफे की कमी मिल सकती है जो व्यवसाय के संबंध में लिए गए आपकी गलत निर्णय के चलते ही होनी मुमकिन है। इसके चलते आपको हानि उठानी पड़ सकती है।

धन के मोर्चे पर बात करें तो आपको धन हानि इस दौरान उठानी पड़ेगी और ज्यादा धन प्राप्त करना भी आपके लिए आसानी से संभव नहीं होगा। यात्रा के दौरान भी धन हानि की उच्च संभावना है।

रिश्ते की मोर्चे पर अहंकार की समस्या के चलते आपको अपने जीवनसाथी के साथ टकराव देखने को मिल सकता है। इसके लिए आपको अपने पार्टनर के साथ सब कुछ तालमेल सही ढंग से बनाए रखने के लिए उन्हें समझने और आपस में विश्वास और प्यार बनाए रखने की सलाह पर दी जाती है।

अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आपको रात में नींद की कमी का सामना करना पड़ सकता है जिसके चलते आपका तनाव बढ़ने वाला है। इससे बचने के लिए आपको ध्यान करने और जीवन में आगे बढ़ने की आवश्यकता पड़ेगी।
उपाय : शनिवार के दिन शनि होम करें।

मीन राशि : राशि चक्र की आखिरी राशि मीन एक सामान्य और जल तत्व की राशि है। शनि आपके 11वें और 12वें घर का स्वामी है और अब बारहवें ही घर में अस्त होने वाला है। शनि कुंभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपके जीवन में लाभ की कमी देखने को मिलेगी जिसके चलते आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इस दौरान आपका धैर्य कम होने वाला है और आप अपने हितों को बढ़ावा देने वाले कई अच्छे मौके खो भी सकते हैं।

करियर की मोर्चे पर बात करें तो आपको बेहतर संभावनाओं के लिए नौकरी खोने या नौकरी बदलने की स्थिति का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान आप जो भी कड़ी मेहनत करेंगे उसके लिए आपको उचित मान्यता नहीं मिल पाएगी।

पैसों के संदर्भ में बात करें तो आपको अचानक से धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। इससे आप अपने भविष्य को लेकर चिंतित नजर आएंगे। अगर आप विदेश में स्थानांतरित होते हैं तो आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको अधिक नुकसान होने की संभावना है और ऐसे घाटे अचानक भी होने वाले हैं जिनकी आप उम्मीद नहीं कर रहे होंगे। बिजनेस में आपको मौजूदा स्थिति के साथ उचित तालमेल बिठाने की बेहद आवश्यकता पड़ने वाली है। आपको भविष्य में व्यवसाय में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

रिश्तों के मोर्चे पर बात करें तो आपको अपने जीवनसाथी के साथ विवाद का सामना करना पड़ेगा और इसके चलते आप उनके साथ बेवजह की बहस में पड़ सकते हैं। आप अपने जीवन साथी के साथ अपने रिश्ते को ज्यादा महत्व नहीं दे रहे हैं और आपके परिवार में भी कुछ समस्याएं उठानी पड़ सकती हैं।

अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आपको इस दौरान जांघों में और पैरों में दर्द का सामना करना पड़ेगा। तनाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के चलते ऐसी स्वास्थ्य परेशानियां आपके जीवन में आ सकती हैं।
उपाय : शनिवार के दिन वृद्ध जनों का आशीर्वाद अवश्य ले।

पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री

ज्योर्तिविद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848

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