नयी दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऐसे नेताओं को लेकर चिंता ज़ाहिर की है जो ‘अवसरवादी हैं और सत्तारूढ़ पार्टी से किसी भी तरह से जुड़े रहना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि नेताओं में ‘विचराधारा की कमज़ोरी’ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
“कुछ नेता हैं जो अपनी विचारधारा के साथ मज़बूती से खड़े रहते हैं लेकिन उनकी संख्या लगातार घट रही है।”
बिना किसी का नाम लिए गडकरी ने कहा, “मैं हमेशा मज़ाक में कहता हूं कि चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, एक बात तो तय है कि जो अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सज़ा नहीं मिलती।”
“हमारी बहस और चर्चाओं में विचारों का अलग -अलग होना दिक्कत नहीं है लेकिन आइडिया की कमी होना दिक्कत है।”
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