हिंदू परंपरा का हिस्सा है ध्वज, इसे लगाने से दूर हो सकते हैं वास्तु और ग्रहों के दोष

वैसे तो ध्वज कई रंगों के होते हैं, लेकिन हिंदू परंपरा में केसरिया ध्वज बहुत खास माना गया है। दरअसल भगवा, केसरिया या सिंदूरी रंग ऊर्जा, शौर्य, आध्यात्मिकता, सात्विकता का प्रतीक है। इसमें सूर्य का तेज समाया हुआ है। आगे जानिए ध्वज से जुड़ी कुछ खास बातें.

  1. ध्वजा का महत्व केवल हिंदू पूजा पद्धति में ही नहीं है, बल्कि यह वास्तु दोष दूर करके घर को नकारात्मक शक्तियों से बचाने का कार्य भी करता है।
  2. वास्तु पुरुष सिद्धांत के अनुसार घर की छत व्यक्ति की कुंडली का बारहवां भाव कहलाती है। इस भाव से व्यक्ति के खर्च, आर्थिक नुकसान और धन हानि को देखा जाता है। इस भाव में यदि कोई ग्रह अशुभ फल दे रहा हो तो घर की छत पर केसरिया ध्वज लगाने से परेशानियां कुछ कम हो सकती हैं।
  3. घर के उत्तर-पश्चिम कोने में यदि ध्वजा लगाई जाए तो यह वास्तु की दृष्टि से अत्यंत शुभ होता है। इससे उत्तर-पश्चिम दिशा से संबंधित समस्त वास्तु दोष दूर हो जाते हैं।
  4. भगवान विष्णु के लिए पीली, मां लक्ष्मी और दुर्गा के लिए लाल रंग की ध्वजा लगाई जाती है। शैव परंपरा को मानने वाले केसरिया ध्वजा लगाते हैं।
  5. घर के भीतर उत्तर-पूर्व दिशा में केसरिया ध्वज लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  6. शुक्रवार को मां लक्ष्मी के मंदिर में सफेद रंग की चमकीली पताका लगवाने से आर्थिक स्थिति में तेजी से सुधार आता है।
  7. हनुमान जयंती या मंगलवार, शनिवार को हनुमान मंदिर पर लाल पताका लगवाने से समस्त संकटों से रक्षा होती है। शत्रु शांत होते हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और रोगों से मुक्ति मिलती है।

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