विश्व में शान्ति, प्रेम, दया, करुणा, स्नेह सौहार्द्र, एकता सब रंग में होली पर्व का आनंद लीजिए : डॉ रश्मि शुक्ला

प्रयागराज । सामाजिक सेवा एवं शोध संस्थान प्रयागराज में विश्व में शान्ति, प्रेम, दया, करुणा, स्नेह, सौहार्द्र, एकता सब रंग में होली पर्व का आनंद लीजिए। यह कहना था डॉ. रश्मि शुक्ला अध्यक्ष समाजिक सेवा एवम् शोध संस्थान का। सामाजिक सेवा एवं शोध संस्थान प्रयागराज में रूस और युक्रेन के बीच शीध्र युध्द विराम हो विश्व शान्ति के लिए सर्वधर्म प्रार्थना की। फागुन माघ का स्वागत किया गया। जिसके अंतर्गत सभी ने होली पर प्रेम के रंग से होली मनाने का संकल्प लिया। सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। सभी धर्म के पर्व को सबको खुश होकर मनाना चाहिए। मिलजुल कर पर्व का आनंद लेना चाहिए। चाहे वह किसी भी धर्म के पर्व हो।हिन्दु, मुस्लिम, सिख, ईसाई सब रंग के हम सब एक सुन्दर गुलदस्ता हैं। कार्यक्रम में सर्वप्रथम मुख्य अतिथि जिला पंचायत राज अधिकारी प्रयागराज आलोक कुमार सिन्हा का स्वागत किया गया।

आलोक कुमार सिन्हा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबको होली के त्योहार की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। इस त्योहार पर हमको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। सर्वप्रथम हमको पर्यावरण का ध्यान रखना होगा, मिलजुल कर होली खेलना है। सरकार द्वारा दी गई कोरोना गाईड लाईन का पालन करना जरूरी है। जल संरक्षण का भी ध्यान रखना होगा। यह पर्व उल्लास से मनाना चाहिए। वर्तमान में मास्क, सेनेटाइजर, साबुन, दो गज की दूरी का पालन करना है। संस्था की अध्यक्ष रश्मि शुक्ला ने कहा कि होलिका दहन में गोबर के कंडे का इस्तेमाल करिए कपूर, लौंग, इलायची को होलिका मे चढ़ाना है। होलिका दहन मे हरे भरे पेड़ को मत काटिए। गोबर के उपले से होलीका जलाए। चाइनीज सामानों का बहिष्कार करें। स्वदेशी सामानों का इस्तेमाल करें।

इसी कड़ी में सोनम पांडे ने कहा कि हमको केमिकल रंगों से बचना होगा यह रंग हमारी त्वचा और आंखों को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। नीलू सिंह ने कहा की हमें किसी भी प्रकार की अराजकता नहीं फैलानी है। अनुपमा ने कहा की हम त्योहार पर शराब इत्यादि का सेवन कर लेते हैं जो कि हमारे लिए दुखदाई होता है अतः अल्कोहल से बचना चाहिए। विनीता ने कहा कि सभी धर्मों को मिलजुलकर होली के त्योहार का आनंद लेना चाहिए। श्रुति मेहता ने कहा की त्योहार घर पर ही पकवान बनाकर सबसे मिलजुल कर खाना चाहिए। नीरजा अग्रवाल ने कहा कि मिलावटी रंग से बचकर हमें हर्बल रंग, प्रकृति के रंग जैसे हल्दी, चंदन, केसर फूलों के रंग से फुलो की होली खेलना चाहिए। विनीता ने कहा कि बड़ो का आशीर्वाद लेना चाहिए और छोटो को आशीर्वाद देना चाहिए। सुधीर कुमार शुक्ला सीए ने संबोधित करते हुए होली त्योहार अमीर-गरीब, जाति-धर्म के भेदभाव को भुला देता है।

अनुपमा ने कहा कि हम सभी को भारतीय संस्कृति को नई पीढ़ी तक बताना चाहिए। होली पर्व को भारतीय संस्कृती से मनाना चाहिए। सुमन द्विवेदी ने बच्चों को बताया की होली कैसे मनाना चाहिए।कैसे और क्यो होली का पर्व मनाना चाहिए इसकी विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में फागुन, होली, चैती,भजन गायन नृत्य प्रस्तुति हुई। चंदन, केसर, हल्दी, रोली, कुमकुम का टीका लगाया गया। विजयलक्ष्मी ने धन्यवाद संग आशीर्वाद एवम् शुभकामना होली के शुभ अवसर पर दी। सामाजिक सेवा एवम् शोध स्थान कि अध्यक्ष डॉ. रश्मि शुक्ला ने कहा भाई चारे के साथ मिलजुल कर रहने से एकता में शक्ति है। अनुश्री, चित्रांगद, शरणया, सुहानी, सीता, सुमन, सौम्या आदि उपस्थित रहे। सबने अपने विचार व्यक्त किए। अन्त में सभी ने मिलकर सम्पूर्ण विश्व शान्ति के लिए प्रार्थना की।

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