कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 36 वर्षीय एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यह शख्स कोलकाता में स्थित गैर-रजिस्टर्ड फर्म में नौकरी कर रहा था। मृतक की शिनाख्त अमित रंजन चटर्जी के रूप में हुई है। इस मामले में कंपनी के मालिक सहित तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, चटर्जी को 6 युवकों ने अस्पताल में एडमिट कराया था। उन्होंने एमआर बांगुर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स को बताया कि वह एक दुर्घटना में जख्मी हो गया था। हालांकि, पुलिस को पीड़ित को लगी चोटें देखने के बाद शक हुआ।
वहीं, उपचार के दौरान जख्मी व्यक्ति को बचाया नहीं जा सका, उसने कुछ ही देर बाद दम तोड़ दिया। रीजेंट पार्क पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि, ‘हॉस्पिटल अथॉरिटी ने हमें इसकी सूचना दी। अस्पताल के स्टाफ ने सोमनाथ चक्रवर्ती नामक व्यक्ति को पकड़कर रखा था, जबकि 5 लड़के वहां से भाग गए। चक्रवर्ती को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। पड़ताल के दौरान पता चला कि आपसी झगड़े के बाद चटर्जी के साथ काम करने वाले लड़कों ने ही उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया।’
रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित बीरभूम जिले का निवासी था। वह बीते 9 महीनों से प्राइवेट फर्म में नौकरी कर रहा था। यह फर्म लोगों को लोन उपलब्ध कराता था। वह लगभग 2 वर्ष पूर्व कोलकाता आया था और कुडघाट इलाके में रह रहा था। कंपनी के मालिक सुमन मंडल ने जानकारी दी है कि चटर्जी ने लोगों से फर्म के नाम पर लगभग 3 लाख रुपये लिए थे। उसने ये पैसे कंपनी के अकाउंट में जमा ही नहीं किए। जब इसे लेकर हमने उससे बात की तो मारपीट शुरू हो गई।