कोलकाता। ईडी ने राशन वितरण मामले में गिरफ्तार पश्चिम बंगाल के मंत्री के अस्पताल के कमरे में सीसीटीवी लगाने के लिए कोलकाता की एक विशेष अदालत में अपील की। वन मामलों के मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, जो राज्य के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री हैं, दक्षिण कोलकाता में सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती हैं। गंभीर बेचैनी और सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें इस सप्ताह की शुरुआत में दक्षिण कोलकाता के प्रेसीडेंसी सेंट्रल करेक्शनल होम से यहां स्थानांतरित किया गया था।
ईडी के वकील ने अदालत में दलील दी कि चूंकि मंत्री के रूप में मल्लिक एक बेहद प्रभावशाली व्यक्ति हैं, इसलिए वह अस्पताल में रहते हुए भी सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने की व्यवस्था करने में सक्षम हैं। ईडी के वकील ने अदालत में दलील दी कि उस कमरे में सीसीटीवी लगाए जाने चाहिए, जहां मंत्री रहते हैं और सीसीटीवी के लिंक केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को उपलब्ध कराए जाने चाहिए, ताकि केंद्रीय एजेंसी सभी आगंतुकों पर नजर रख सके।
हैरानी की बात यह है कि मल्लिक के वकील ने गुरुवार को भी अपने मुवक्किल की ओर से कोई जमानत याचिका दायर नहीं की, हालांकि उन्होंने दलील दी कि मंत्री की चिकित्सीय स्थिति को देखते हुए उन्हें उचित इलाज दिया जाना चाहिए, क्योंकि उनकी दोनों किडनी ठीक से काम नहीं कर रही हैं। 27 अक्टूबर को मल्लिक की गिरफ्तारी के बाद से उनके वकील ने उनकी ओर से कोई जमानत याचिका दायर नहीं की है।